सेना आतंकियों को देगी मुंहतोड़ जवाब
पुलवामा की घटना के बाद सीआरपीएफ के जवानों के साथ ही जिले के पूर्व सैनिकों का खून-खौलने लगा है। पूर्व सैनिकों ने पुलवामा की घटना के लिए जिम्मेदार पाक को सबक सिखाने की मांग पीएम से की। कहा कि हर तरीके से मुंहतोड़ जवाब केंद्र सरकार व सभी राजनीतिक संगठनों को देने के बारे निर्णय लेने की जरुरत है।
जासं, चकिया(चंदौली): पुलवामा की घटना के बाद सीआरपीएफ के जवानों के साथ ही जिले के पूर्व सैनिकों का खून-खौलने लगा है। पूर्व सैनिकों ने पुलवामा की घटना के लिए जिम्मेदार पाक को सबक सिखाने की मांग पीएम से की। कहा कि हर तरीके से मुंहतोड़ जवाब केंद्र सरकार व सभी राजनीतिक संगठनों को देने के बारे निर्णय लेने की जरुरत है।
परासी खुर्द गांव निवासी पूर्व सैनिक खरपत राम ने बताया कि तीन साल तक वे कश्मीर में तैनात रहे हैं। वहां के हालात को नजदीक से समझते हैं। कश्मीरी ही उग्रवादियों को पनाह देते हैं। जब सेना इनके खिलाफ कार्रवाई करती है तो उग्रवादी इनके घरों में कूद जाते हैं। कश्मीर की महिलाएं सेना की कार्रवाई में बाधा बनती हैं। अब कठोर कार्रवाई होनी चाहिए। आर्मी से सेवानिवृत्त बड़गावां गांव के मुस्लिम अहमद कहते हैं कि आतंकवादियों का कोई मजहब नहीं होता है। पुलवामा में शहीद सीआरपीएफ के जवानों की शहादत बेकार नहीं जाएगी। सेना को अच्छे से पता है कि उसे कब, कहां व क्या करना है। लालपुर(कुआं) गांव के पूर्व सैनिक धर्मात्मा पाल ने कहा ऐसा नहीं हो सकता कि तुम(आंतकी) हमला करो और हम शांत बैठे रहें। मुझे मोदी सरकार पर पूरा भरोसा है कि वह जल्द ही दूसरा सर्जिकल स्ट्राइक करेगी। सेना के जवान इस शहादत का बदला जरूर लेंगे। निश्चित ही यह किसी बड़ी कार्रवाई की तैयारी है। रामपुर(ढुन्नू)गांव निवासी पूर्व सैनिक राजेश्वर ¨सह उर्फ रजवंत ने कहा देश के शहीद जवानों की शहादत ने फिर से हमारा खून खौला दिया है। हम सेना से जरूर रिटायर हुए हैं, लेकिन कर्तव्य से नहीं। यदि सरकार हमें आदेश दे तो हम फिर से देश पर खुशी-खुशी बलिदान हो जाएंगे। आतंकी जैश का हमला बेहद कायराना है।