फौजी का शव नहर में बरामद, हत्या की आशंका
लेफ्ट कर्मनाशा नहर में अतायस्त गांव के निकट एक युवक का शव बरामद होने से सनसनी फैल गई। युवक की शिनाख्त बिहार के दुर्गावती नरैली गांव निवासी फौजी विजय यादव के रूप में हुई है। उसका चार दिनों से सुराग नहीं लग पाने के कारण ताऊ ने उसके चार दोस्तों के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया था।
जागरण संवाददाता, शहाबगंज (चंदौली) : लेफ्ट कर्मनाशा नहर में अतायस्त गांव के निकट एक युवक का शव बरामद होने से सनसनी फैल गई। युवक की शिनाख्त बिहार के दुर्गावती नरैली गांव निवासी फौजी विजय यादव के रूप में हुई है। उसका चार दिनों से सुराग नहीं लग पाने के कारण ताऊ ने उसके चार दोस्तों के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया था। परिजनों ने फौजी की हत्या कर शव नहर में फेंके जाने की आशंका जताई है। इलाकाई पुलिस ने बिहार पुलिस से संपर्क साधते हुए मामले की नए सिरे से जांच शुरू कर दी है।
चकिया-चंदौली मार्ग पर अतायस्त गांव लोग सुबह काम करने निकले थे। गांव के निकट होंडा एजेंसी के निकट से गुजरी नहर में शव देख ग्रामीण सहम उठे। नजदीक पहुंचकर देखे तो शव युवक का प्रतीत हो रहा था। शहाबगंज पुलिस को जानकारी दी गई तो शव को निकाला जा सका। शव की शिनाख्त होने पर एसओ अशोक मिश्र ने दुर्गावती पुलिस से संपर्क साधा तो घटनाक्रम सामने आ सका। परिजनों के मुताबिक फौजी अपने चार दोस्तों गुड्डू, सुनील, गब्बर, गुड्डू के साथ आठ नवंबर को बोलेरो से लतीफशाह के लिए निकला था। उसके बाद से उसका सुराग नहीं लग सकने पर ताऊ राजनाथ ¨सह ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। वह दीपावली पर्व परिजनों के साथ मनाने को गांव आया था। उसे रविवार को 11 नवंबर को गया लौटना था। सनसनीखेज वारदात की भनक लगते ही पिता अंगद यादव, छोटा भाई विनय कुमार यादव, पत्नी मंशा देवी पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। थाना ने बताया कि अभी तक जांच में पांचों दोस्तों के बोलेरो से घूमने जाने एवं ड्राइ¨वग के लिए विवाद की बात सामने आई है। पुलिस क्षेत्राधिकारी कुंवर प्रभात ¨सह भी मौके पर पहुंच गए थे। एसआइ हरकेश ¨सह, राम इकबाल ¨सह, विद्यासागर व रामदुलार मौर्य के अलावा पुलिसकर्मी उपस्थित थे।