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हवाई जहाज से भी महंगा होगा बुलेट ट्रेन का किराया

मुंबई से अहमदाबाद के बीच प्रस्तावित बुलेट ट्रेन में सफर करने के लिए यात्रियों को अपनी जेब ढीली करनी पड़ेगी। जी हां बुलेट ट्रेन में सफर करना हवाई जहाज से भी महंगा होगा। इस ट्रेन का किराया भारतीय रेल के प्रथम एसी का डेढ़ गुना होना अनुमानित है। मिनी महानगर निवासी अधिवक्ता संतोष कुमार पाठक की ओर से रेल मंत्रालय से मांगें गए आरटीआई के जवाब में इसका खुलासा हुआ है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 14 Jul 2019 06:46 PM (IST)Updated: Sun, 14 Jul 2019 06:46 PM (IST)
हवाई जहाज से भी महंगा होगा बुलेट ट्रेन का किराया
हवाई जहाज से भी महंगा होगा बुलेट ट्रेन का किराया

जागरण संवाददाता, पीडीडीयू नगर(चंदौली): मुंबई से अहमदाबाद के बीच प्रस्तावित बुलेट ट्रेन में सफर करने के लिए यात्रियों को अपनी जेब ढीली करनी पड़ेगी। जी हां, बुलेट ट्रेन में सफर करना हवाई जहाज से भी महंगा होगा। इस ट्रेन का किराया भारतीय रेल के प्रथम एसी का डेढ़ गुना होना अनुमानित है। मिनी महानगर निवासी अधिवक्ता संतोष पाठक की ओर से रेल मंत्रालय से मांगें गए आरटीआइ के जवाब में इसका खुलासा हुआ है।

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आरटीआइ एक्टिविस्टों की संस्था रक्त के अध्यक्ष संतोष पाठक ने विगत दिनों रेल विभाग से भारत में चलने वाली बुलेट ट्रेन के संबंध में छह बिदुओं पर सूचना मांगी थी। उन्होंने पूछा था कि बुलेट ट्रेन भारत में किस स्थान से किस स्थान पर चलाई जाएगी, इसके लिए अब तक कितनी धनराशि प्राप्त हुई है, कितनी खर्च हुई है, बुलेट ट्रेन की लाइनों को बिछाने का खर्च प्रति किलोमीटर कितना अनुमानित है, बुलेट ट्रेन के रेल लाइन व परिचालन के लिए किस देश की कंपनी से समझौता हुआ है, बुलेट ट्रेन व उसके रेल लाइन परिचालन आदि में प्रथम चरण में कितनी धनराशि खर्च होगी, भारत में कब तक बुलेट ट्रेन चलने का अनुमान है और बुलेट ट्रेन का प्रथम चरण में प्रति व्यक्ति यात्रा टिकट कितने रुपये होना अनुमानित है। जवाब में नेशनल हाई स्पीड रेल कार्पोरेशन लिमिटेड के वरिष्ठ प्रबंधक उमेश गुप्ता ने पांच जुलाई को अपना जवाब भेजा। जवाब में बताया गया कि बुलेट ट्रेन मुंबई से अहमदाबाद के बीच में चलना प्रस्तावित है और इसके लिए अब तक 4655 करोड़ रुपये की धनराशि मिली है। इसमें से जमीन अधिग्रहण व यूटिलिटी सिफ्टिग में लगभग 2899 करोड़ खर्च भी हो चुके हैं। बुलेट ट्रेन की रेल लाइनों के बिछाने के खर्च पर उन्होंने यह भी बताया कि खर्च का ब्यौरा निविदा तय करने के उपरांत ही दिया जा सकता है। बताया कि अभी तक किसी भी देश की कंपनी के साथ परिचालन के लिए कोई समझौता नहीं हुआ है। बुलेट ट्रेन जापान की शिकानसेन तकनीकी पर आधारित है। बुलेट ट्रेन परियोजना कार्यान्वयन के अधीन है। जाइंट फैसिलिटी रिपोर्ट के अनुसार परियोजना को 2023 के अंत तक चालू किया जाना है। वहीं

सबसे महत्वपूर्ण और चौंकाने वाली बात बुलेट ट्रेन के प्रति व्यक्ति यात्रा टिकट कितने रुपये होंगे, इसको लेकर है। इस संबंध में उन्होंने बताया की जाइंट फैसिलिटी रिपोर्ट के अनुसार प्रति व्यक्ति यात्रा टिकट भारतीय रेल के प्रथम एसी का डेढ़ गुना होना अनुमानित है। संतोष पाठक का कहना है कि बुलेट ट्रेन से भले ही देश की शानों शौकत बढ़े परंतु यह आम आदमी की रेल नहीं होगी। बुलेट ट्रेन पर आम आदमी के यात्रा करने या चढ़ने का सपना साकार होने वाला नहीं है।


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