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ड्रेन जाम, सैकड़ों एकड़ फसल जलमग्न

फसल अवशेष (ठूंठ) जलाने से होने वाले नुकसान के मद्देनजर कृषि विभाग न्याय पंचायत स्तर पर गोष्ठी आयोजित करेगा। इसमें अन्नदाताओं को मिट्टी में मौजूद पोषक तत्वों की जानकारी दी जाएगी, बताया जाएगा कि अवशेष जलाने से हमारी मृदा पर कितना विपरित प्रभाव पड़ रहा है। इतना ही नहीं किसानों को सं

By JagranEdited By: Published: Mon, 17 Sep 2018 06:07 PM (IST)Updated: Mon, 17 Sep 2018 08:35 PM (IST)
ड्रेन जाम, सैकड़ों एकड़ फसल जलमग्न
ड्रेन जाम, सैकड़ों एकड़ फसल जलमग्न

जागरण संवाददाता, धानापुर (चंदौली): सरकार की ओर से किसानों की आय दोगुनी करने के फरमान पर अधिकारी पानी फेरने में पीछे नहीं है। किसानों की फसल ही नहीं होगी तो कैसे आय दोगुनी होगी। यह बात लोगों के जेहन से नहीं उतर रही है। खड़ान गांव में ड्रेन की सफाई न होने से कई गांवों के किसानों के धान की फसल जलमग्न हो गई है। इसे लेकर किसानों की ¨चता बढ़ गई। किसानों ने अधिकारियों गुहार लगाई, लेकिन ड्रेन की सफाई नहीं हुई। इसे लेकर किसानों का आक्रोश बढ़ गया है।

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महामाया पालिटेक्निक कालेज के दक्षिण तरफ खड़ान ड्रेन है। इससे कई गांवों के बरसात के पानी की निकासी होती है। उक्त ड्रेन की वर्षों से सफाई न होने के कारण सिहावल, खड़ान, कांधरपुर गांव सहित आस पास के गांवों के किसानों की सैकड़ों एकड़ धान की फसल जलमग्न होकर बर्बाद हो गई। इससे किसानों को लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। किसान मुरलीधर, श्यामनारायण, रामचंद्र, भारत, कपिलदेव सूबेदार ने कहा धान की फसल जलमग्न होने के कारण बर्बाद हो गई। इससे किसानों के सामने भोजन का संकट उत्पन्न हो गया। कई बार जनप्रतिनिधि से समस्या के समाधान करने को कहा गया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। तत्काल अगर जिला प्रशासन ड्रेन की सफाई करा दे तो अभी कुछ किसानों की फसल बच जाएगी। वहीं जिन किसानों की धान की फसल बर्बाद हो गई है, उसका उचित मुआवजा दिया जाए।


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