7200 लाइसेंसी असलहे, थानों में जमा हुए मात्र 86
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर लाइसेंसी असलहा जमा कराने की प्रक्रिया रफ्तार नहीं पकड़ रही। जिले में 7200 शस्त्रधारी हैं। लेकिन अभी तक मात्र
जासं, चंदौली : लोकसभा चुनाव के मद्देनजर लाइसेंसी असलहा जमा कराने की प्रक्रिया रफ्तार नहीं पकड़ रही। जिले में 7200 शस्त्रधारी हैं, लेकिन अभी तक मात्र 86 असलहे ही थानों में जमा हुए। शस्त्र जमा कराने में तेजी नहीं आई तो आयोग का कोप झेलना पड़ सकता है।
लोस चुनाव को 10 मार्च को अधिसूचना जारी होने के बाद लाइसेंसी असलहों को जमा कराने को कवायद शुरू कर दी गई। पुलिस विभाग जनपद समेत अन्य जिलों में रखने वाले असलहाधारियों की अलग सूची तैयार करने में जुट गया। शस्त्रधारियों को थानों में असलहा जमा कराने को निर्देशित किया गया था। लेकिन पुलिस की हनक बेअसर साबित हो रही है। चुनाव सेल के आंकड़े बताते हैं कि जिले के 7200 लाइसेंसधारियों में करीब 1500 वाराणसी समेत अन्य जिलों में रहते हैं। वहीं जिले के सभी थानों में अब तक कुल मिलाकर 86 असलहे ही जमा कराए जा सके हैं। विभाग अन्य जनपदों में रहने वाले लाइसेंसधारियों की रिपोर्ट तैयार कर संबंधित जिला प्रशासन को भेजने की तैयारी में है। सुरक्षा व आजीविका को शस्त्र रखने की परमिशन
जिले में काफी संख्या में लाइसेंसधारी सुरक्षा गार्ड की नौकरी करते हैं। ऐसे में लोकसभा चुनाव में सुरक्षा व आजीविका के लिए शस्त्र रखने की अनुमति मांगने वालों को निराश नहीं किया जा रहा। जिला निर्वाचन अधिकारी की संस्तुति पर थानों से रिपोर्ट भेजी जा रही है। ''पुलिस लोकसभा चुनाव को सकुशल संपन्न कराने को सतर्क है। लाइसेंसधारियों के असलहे जमा कराए जा रहे हैं। इसमें तेजी लाने को सख्ती बरती जाएगी।''
-संतोष कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक।