Move to Jagran APP

6295 लाभार्थियों के खाते में भेजी गई तीसरी किश्त

जासं, चंदौली: जिले में प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास के निर्माण की प्रगति लक्ष्य पूर्ति में बाधा उत्पन्न कर

By JagranEdited By: Published: Thu, 01 Mar 2018 08:15 PM (IST)Updated: Thu, 01 Mar 2018 08:15 PM (IST)
6295 लाभार्थियों के खाते में भेजी गई तीसरी किश्त
6295 लाभार्थियों के खाते में भेजी गई तीसरी किश्त

जासं, चंदौली: जिले में प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास के निर्माण की प्रगति लक्ष्य पूर्ति में बाधा उत्पन्न कर रही है। जिला प्रशासन के कड़ी मशक्कत के बावजूद 25 फरवरी तक प्रगति का आंकड़ा पचास फीसद भी नहीं पहुंच पाया है। इसमें लाभार्थियों की उदासीनता मुश्किल खड़ा कर रही है। हालांकि विभाग शत प्रतिशत लक्ष्य पूर्ति के लिए निरंतर प्रत्यनशील है। अब तक 6295 लाभार्थियों के खाते में आवास की तीसरी किश्त भेजी जा चुकी है।

loksabha election banner

पीएम आवास योजना के तहत वित्तीय वर्ष 16-17, 17-18 में 9900 लाभार्थियों को आवास आवंटित किए गए हैं। इसमें 6295 लाभार्थियों के खाते में तीसरी किश्त जारी कर दी गई है। हाल ही में विकास कार्यों की समीक्षा के दौरान प्रमुख सचिव ग्राम्य विकास अनुराग श्रीवास्तव ने 25 फरवरी तक तीसरी किश्त जारी हो चुके आवास को शत प्रतिशत पूर्ण करने का निर्देश दिया था। निर्देश के बाबत मुख्य विकास अधिकारी डा. एके श्रीवास्तव ने ब्लाकवार खंड विकास अधिकारियों को सौ-सौ आवास रोज पूर्ण कराने का निर्देश दिया था। ताकि निर्धारित अवधि में लक्ष्य की पूर्ति सुनिश्चित की जा सके। लेकिन 25 फरवरी तक मात्र 2669 आवास ही पूर्ण हो पाएं हैं। ब्लाकवार आवास की स्थिति

पीएम आवास योजना के तहत ब्लाकवार स्थिति पर नजर डालें तो चकिया में 2091 के सापेक्ष 1311 लाभार्थियों को तीसरी किश्त जारी की जा चुकी है। वहीं धानापुर में 862 के सापेक्ष 505, सदर 1081-673, नौगढ़ 775-417, चहनियां 291-235, बरहनी 377-318, सकलडीहा 1843-1187, शहाबगंज 1275- 744, नियामताबाद में 1305 के सापेक्ष 958 लाभार्थियों को तीसरी किश्त जारी की जा चुकी है। लेकिन विडंबना है कि तीसरी किश्त जारी होने के बाद भी लाभार्थी आवास का निर्माण करने में फिसड्डी साबित हो रहे हैं। -लगभग तीन हजार आवास का निर्माण पूर्ण हो चुका है। शेष निर्माणाधीन आवास की फी¨डग का कार्य चल रहा है। जल्द ही अन्य आवास भी पूर्ण कर लिए जाएंगे। प्रगति की लगतार मानीट¨रग की जा रही है। लाभार्थियों को भी प्रेरित किया जा रहा है।

ऋषिमुनि उपाध्याय, परियोजना निदेशक


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.