..आखिर उनको हासिल क्या था, पिछले 70 सालों से
खुर्जा जंक्शन मार्ग स्थित रामलीला मैदान में चल रहे महोत्सव में गुरुवार रात कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया।
बुलंदशहर, जेएनएन: जंक्शन मार्ग स्थित रामलीला मैदान में चल रहे महोत्सव में गुरुवार रात कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। देर रात तक कवि सम्मेलन में लोग जमे रहे।
खुर्जा के रामलीला मैदान में आयोजित कवि सम्मेलन में पहुंचे वीर रस के कवि हरिओम पंवार ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 खत्म करने पर खुशी जताते हुए कहा कि 'भारत को गाली देकर खलनायक अभी जिदा हैं'..। उन्होंने कविताओं के जरिये प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी की ओर से किए गए विकास कार्यों और सेना के जवानों की हौसला अफजाई की। वहीं दूसरी तरफ पुरानी सरकार को लेकर कटाक्ष भी किया। साथ ही कहा कि 'आखिर उनको हासिल क्या था, पिछले 70 सालों से। सब संसाधन रहन पड़े थे, चंद सियासी तालों में' पत्थर छोड़ों फूल उगाओ हर मौसम को अब पर्व करो, लिए तिरंगा अपने दिल में इस आजादी पर अब गर्व करो। इसके अलावा उन्होंने पढ़ा की 'बनेगी बात नई सोच बदलकर देखो, झोपड़ी में रहो, लेकिन ख्वाब महल के देखो' आदि सुनाया। वहीं हास्य कवि पदम अलबेला ने हास्य कविताओं का पाठ करते हुए उपस्थित लोगों को लोट-पोट कर दिया और उनकी कविताएं सुनकर लोगों ने जमकर ठहाके लगाए। इसके अलावा प्रेमराज, योगिता चौहान, अर्जुन सिसोदिया, महेंद्र मास्टर आदि ने कविताओं का पाठ किया। देर रात दो बजे तक कवि सम्मेलन में कविताएं सुनने के लिए लोग जमे रहे। इस मौके पर चंद्रपाल साहनी, दीपक गर्ग, नंदकिशोर शर्मा, संजय गोविल, उमाशंकर अग्रवाल, डा. भूपेंद्र सिंह आदि रहे।