जागा स्वास्थ्य विभाग, चौढेरा गांव में लगाया शिविर
गांव चौढेरा में बुखार से बच्चे की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी जाग गए और बुधवार को चिकित्सा शिविर लगाकर मरीजों का चेकअप किया। साथ ही खून के नमूने लेकर जांच के लिए भेजे हैं। वहीं गांव में मच्छरों से बचाव के लिए फागिग भी कराई गई।
बुलंदशहर, जेएनएन। गांव चौढेरा में बुखार से बच्चे की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी जाग गए और बुधवार को चिकित्सा शिविर लगाकर मरीजों का चेकअप किया। साथ ही खून के नमूने लेकर जांच के लिए भेजे हैं। वहीं गांव में मच्छरों से बचाव के लिए फागिग भी कराई गई।
छतारी के गांव चौढेरा निवासी बुद्धसेन के एक वर्षीय पुत्र सोमवीर पिछले काफी समय से बुखार से ग्रस्त था और मंगलवार को उसकी मौत हो गई थी। जिसकी जानकारी होने पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी नींद से जाग उठे। जिसके बाद बुधवार को गांव में चिकित्सा शिविर लगाया गया। जहां चिकित्सकों ने गांव में बुखार से ग्रस्त मरीजों समेत अन्य लोगों का चेकअप किया। साथ ही उन्हें निश्शुल्क दवा वितरित की गई। इसके अलावा बुखार से ग्रस्त मरीजों के खून की नमून लेकर उन्हें जांच के लिए लैब भेजा गया। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने शिविर के दौरान ग्रामीणों को सलाह दी कि वह बदलते मौसम में किस तरह से स्वस्थ रह सकते हैं। साथ ही टीम ने मच्छरों से फैलने वाली बीमारियों के प्रति जागरूक रहने की अपील भी ग्रामीणों से की। कहा कि घरों और आसपास साफ-सफाई रहे। जिससे मच्छर ना पनपने पाएं। क्योंकि जो मच्छर डेंगू फैलाता है। उसकी मादा साफ पानी में अंडे देती है। इसलिए कहीं भी साफ पानी कई दिनों तक एकत्र ला होने दें। शिविर में 147 मरीजों का चेकअप किया गया। दूसरी तरफ स्वास्थ्य विभाग की तरफ से मच्छरों से बचाव के लिए गांव में फागिग कराई गई। जिला मलेरिया अधिकारी डा. बीके श्रीवास्तव ने बताया कि बुखार से मासूम की मौत की सूचना मिलते ही शिविर लगाया गया। जहां मरीजों के खून के नमूने लिए गए। किसी भी मरीज में डेंगू की पुष्टि नहीं हुई। ज्यादातर लोगों को वायरल बुखार था।