विदेश नीति में राष्ट्रहित सर्वोपरि: वीके ¨सह
बुलंदशहर: केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री वीके ¨सह ने कहा कि हमारी विदेश नीति में राष्ट्रहित
बुलंदशहर: केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री वीके ¨सह ने कहा कि हमारी विदेश नीति में राष्ट्रहित सर्वोपरि है। भारत, पाकिस्तान सहित सभी पड़ोसियों के साथ मधुर संबंध चाहता है। यह विचार उन्होंने शनिवार को जेपी अस्पताल चिट्टा में पत्रकार वार्ता में व्यक्त किए।
कई विशेषज्ञों का कहना है कि भारत को पाकिस्तान नहीं, बल्कि चीन की चुनौती को देखते हुए अपनी विदेश और रक्षा नीति बनानी चाहिए। पूर्व सेनाध्यक्ष और विदेश राज्यमंत्री के तौर पर आप इस बात से कितने सहमत हैं? इस सवाल के जवाब में विदेश राज्यमंत्री ने कहा कि हम राष्ट्रहित को सर्वोपरि मानते हुए विदेश और अन्य नीतियां बनाते हैं। चीन और पाकिस्तान सहित सभी पड़ोसी देशों से बेहतर संबंधों के लिए हमारे हमेशा से प्रयास रहे हैं।
नेपाल से संबंधों को लेकर उठे सवाल पर कहा कि हमारे संबंध ऐतिहासिक हैं। दोनों देशों के संबंध कभी भी खराब नहीं रहे। प्रधानमंत्री की हाल की यात्रा से इन्हें और मजबूती मिली है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विश्व में हमारी प्रतिष्ठा बढ़ी है और विभिन्न देशों के साथ संबंध भी मजबूत हुए हैं।
अफगानिस्तान में अगवा किए गए छह भारतीय मजदूरों के मसले पर कहा कि उनकी सकुशल रिहाई के लिए सरकार पूरी तरह गंभीर है, लेकिन मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए फिलहाल अधिक टिप्पणी उचित नहीं है। बहराइच की भाजपा सांसद सावित्री बाई फुले के जिन्ना को महापुरुष करार देने वाले बयान पर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कोई टिप्पणी नहीं की। वेस्ट यूपी में कहीं भी बने हाईकोर्ट बेंच
पश्चिम उत्तर प्रदेश में हाईकोर्ट बेंच के सवाल पर वीके ¨सह ने कहा कि वह मंत्री बनने से पूर्व भी इसके समर्थक रहे हैं। आज भी उनका मानना है कि यहां के लोगों के हित में बेंच की स्थापना बहुत जरूरी है। बेंच यहां के पर्याप्त सुविधा वाले किसी भी जिले में स्थापित होनी चाहिए। स्थान को लेकर किसी भी प्रकार का विवाद नहीं होना चाहिये। सरकार स्तर पर भी वह बेंच के लिए प्रयासरत हैं।