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परवरिश के इंतजार में दम तोड़ गई वन वाटिका

सिकंदराबाद : बरसात का मौसम यानि जुलाई माह आते ही शासन-प्रशासन को पर्यावरण संरक्षण के लि

By JagranEdited By: Published: Fri, 22 Jun 2018 10:47 PM (IST)Updated: Fri, 22 Jun 2018 10:47 PM (IST)
परवरिश के इंतजार में दम तोड़ गई वन वाटिका
परवरिश के इंतजार में दम तोड़ गई वन वाटिका

सिकंदराबाद : बरसात का मौसम यानि जुलाई माह आते ही शासन-प्रशासन को पर्यावरण संरक्षण के लिए वन महोत्सव जैसे कार्यक्रम चलाने की याद आ जाती है। इस दौरान अभियान चलाकर हजारों-लाखों पौधे लगाए जाते हैं, लेकिन बारिश का सीजन खत्म होने के साथ ही अधिकारी रोपे गए पौधों को भूल जाते है, जिसका नतीजा ये होता है कि देखरेख व ¨सचाई के अभाव में अधिकांश स्थानों पर पौधे फलने फूलने के बजाए दम तोड़ देते हैं। सिकंदराबाद देहात के गांव सिरोंधन के समीप एक साल पहले बनाई गई वन वाटिका इसकी एक बानगी है, जहां पर रोपे गए करीब चार हजार पौधों में से गिनती के ही बचे है, बाकी पौधों का परवरिश न होने से उनका नामोनिशान मिट चुका है।

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सिकंदराबाद तहसील क्षेत्र के गांव सिरोंधन में गोचर की लगभग 200 बीघा भूमि पर सालों से ग्रामीणों का अवैध कब्जा चल रहा था। शासन के निर्देश पर पिछले साल तहसील प्रशासन ने गोचर की इस भूमि को कब्जामुक्त कराया था। इस भूमि को सुरक्षित रखने के लिए प्रशासन ने वन वाटिका का नाम देकर इस पर पौधे लगवाए थे। तत्कालीन मंडलायुक्त प्रभात कुमार, तत्कालीन डीएम डा. रोशन जैकब व तहसील अधिकारियों ने पौधे लगाकर वन वाटिका का शुभारंभ किया था। अधिकारियों के निर्देश पर इस भूमि पर वन विभाग की तरफ से करीब चार हजार पौधे लगाए गए थे। वन विभाग को पौधों की देखभाल करने व ¨सचाई आदि की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। इसके बाद अधिकारियों ने इस तरफ से मुंह फेर लिया, जिसका नतीजा ये हुआ कि कुछेक पौधों को छोड़कर बाकी सभी पौधे परवरिश के अभाव में दम तोड़ गए। एक साल बाद आज जहां हरे-भरे पौधे लहलहाते नजर आने चाहिए थे, आज वहां खाली बंजर भूमि दूर तक नजर आती है। फिर होने लगा अवैध कब्जा

बाउंड्री न होने व पौधों के सूखने के कारण गोचर की यह भूमि फिर से लावारिस की तरह नजर आने लगी है। इसके चलते ग्रामीणों ने इस भूमि पर गोबर आदि डालकर फिर से अवैध कब्जे की शुरुआत कर दी है। अगर प्रशासन ने इस तरफ ध्यान नहीं दिया तो धीरे-धीरे इस भूमि पर फिर से अवैध कब्जा होता चला जाएगा। प्रशासन की तरफ से अभी तक भूमि पर बाउंड्री तक भी नहीं कराई गई, सिर्फ जेसीबी से खाई खोदकर सीमांकन किया गया था।

इन्होंने कहा..

वन वाटिका का निरीक्षण किया जाएगा। जो पौधे सूख गए हैं, वहां पर दोबारा पौधे लगाए जाएंगे। भूमि पर अवैध कब्जा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

- डा. वेदप्रकाश मिश्रा, एसडीएम सिकंदराबाद।


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