हत्या करने आए दो सुपारी किलर समेत तीन बदमाश दबोचे
खुर्जा नगर और एसटीएफ नोएडा ने संयुक्त रूप से दबिश देकर दो सुपारी किलर समेत तीन बदमाशों को रविवार रात दबोच लिया। 15 लाख में दो सुपारी किलरों ने खुर्जा निवासी अर्जुन की हत्या की सुपारी ली थी।
बुलंदशहर, जेएनएन। खुर्जा नगर और एसटीएफ नोएडा ने संयुक्त रूप से दबिश देकर दो सुपारी किलर समेत तीन बदमाशों को रविवार रात दबोच लिया। 15 लाख में दो सुपारी किलरों ने खुर्जा निवासी अर्जुन की हत्या की सुपारी ली थी। पकड़े बदमाशों में सुपारी देने वाला आरोपित बदमाश भी शामिल है। इनसे हथियार भी बरामद हुए हैं। हत्या दशहरा के दिन होनी थी।
खुर्जा नगर थाना प्रभारी निरीक्षक जितेंद्र कुमार ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि खुर्जा नगर स्थित एक मकान में तीन शूटर किसी की हत्या के इरादे से एकत्र हैं। सूचना पर खुर्जा नगर पुलिस और नोएडा एसटीएफ ने खुर्जा नगर निवासी सूर्य प्रताप सिंह के मकान पर दबिश दी। पुलिस ने वहां से सूर्य प्रताप सिंह उर्फ विक्की, सचिन कुमार निवासी एसडीएम कालोनी सिकंदराबाद व निठारी गांव निवासी राजू को दबोच लिया। पुलिस के मुताबिक जमीनी विवाद में सूर्य प्रताप सिंह ने सचिन व राजू को उस्मानपुर गांव निवासी अर्जुन की हत्या के लिए 15 लाख की सुपारी दी थी। हत्या में सूर्य प्रताप को भी शामिल होना था। पुलिस के मुताबिक सूर्य प्रताप सिंह उर्फ विक्की पर गौतमबुद्धनगर, बुलंदशहर और गाजियाबाद में करीब 10 मुकदमे, सचिन पर सिकंदराबाद, बुलंदशहर और खुर्जा में तीन मुकदमे और राजू पर पांच मुकदमे दर्ज हैं।
जेल में लिखी गई थी हत्या की पटकथा
पुलिस के मुताबिक 1993 में सूर्यप्रताप के पिता सुरेंद्र पाल सिंह निवासी मुरारीनगर द्वितीय, खुर्जा ने कृष्णा देवी पत्नी शंकर लाल निवासी कानपुर से जमीन की वसीयत कराई थी। जबकि उस्मानपुर निवासी शिवकुमार व अर्जुन ने इसी जमीन की कृष्णा देवी से पॉवर ऑफ अटारनी करा ली थी। शिवकुमार और अर्जुन कोर्ट से मुकदमा जीत गए। इसके बाद दोनों ने उक्त जमीन पर बने सूर्य प्रताप के सीसीटीवी कैमरे का कार्यालय तोड़कर सामान अपने पास रख लिया था। इससे सूर्य प्रताप, अर्जुन से रंजिश रखने लगा। जेल में सूर्य प्रताप की मुलाकात सचिन कुमार से हुई और दोनों ने अर्जुन की हत्या की योजना बनाई। इस योजना में सचिन ने अपने पैतृक गांव निठारी निवासी राजू को शामिल कर लिया। हत्या के बाद राजू को पांच लाख मिलने थे। किसी को उन पर शक न हो, इस लिए सूर्यप्रताप के भाई हेमंत को छह अक्टूबर को किसी अस्पताल में भर्ती कराया जाना था। पुलिस ने बताया कि अर्जुन की हत्या की तिथि दशहरा के दिन रखी गई थी।
इनका कहना है..
अर्जुन की हत्या के लिए 15 लाख रुपये की सुपारी दी गई थी। पुलिस की की सजगता से एक युवक की जान बच गई। नोएडा एसटीएफ को भी बदमाशों की लोकेशन खुर्जा नगर में मिली थी।
- आरके मिश्रा, सीओ एसटीएफ, नोएडा।