अंसारी रोड पर जाम में फंसी तीन एंबुलेंस, चार घंटे जूझे लोग
अतिक्रमण हटाने और ट्रैफिक व्यवस्था सही करने के दावे भले ही हजार हों मगर यहां व्यवस्था लाचार है।
बुलंदशहर, जेएनएन: अतिक्रमण हटाने और ट्रैफिक व्यवस्था सही करने के दावे भले ही हजार हों, मगर यहां व्यवस्था लाचार है। नतीजन आए दिन शहर की सड़कों पर जाम रहता है। सोमवार को अंसारी रोड पर ऐसा जाम लगा, कि तीन-तीन एंबुलेंस जाम में हूटर बजाती रही। एक एंबुलेंस महिला मरीज को लेकर जा रही थी। जाम खुलवाने में पुलिस की सांस फूल गई।
सोमवार को भी सुबह दस बजे से दोपहर दो बजे तक जाम लगा रहा। इस जाम में जिला अस्पताल की तीन एम्बुलेंस फंस गई। एक एम्बुलेंस में महिला मरीज भी थी। अगौता निवासी ये महिला मरीज हायर सेंटर जा रही थी। जबकि बाकी की दो एम्बुलेंस देहात से मरीज लेने के लिए जा रही थी। जाम से बचने के लिए एंबुलेंस हूटर बजाती रही। इसके बाद दौड़कर पुलिस पहुंची। स्कूली बच्चे भी जाम में फंसे रहे। पुलिस ने लाठी फटकार कर जैसे-तैसे जाम खुलवाया। करीब चार घंटे तक जाम लगा रहा। पालिका ईओ डा. पंकज सिंह का कहना है कि अतिक्रमण हटाने के लिए समय-समय पुलिस-प्रशासन के साथ अभियान चलाया जाता है। अंसारी रोड पर नाले का निर्माण भी चल रहा है। जाम में एक घंटा फंसे रहे राहगीर
संस, खुर्जा: गांधी मार्ग पर सुबह 10 बजे के बाद से ही जाम की स्थिति बनने लगी। 11 बजे मार्ग को जाम ने अपने गिरफ्त में ले लिया और मार्ग पर वाहन रेंगने लगे। जिसके चलते राहगीरों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। शाम तक गांधी व कचहरी मार्ग का यहीं हाल रहा। इसके अलावा सुभाष मार्ग, तहसील मार्ग, जेवर अड्डा चौराहा भी पूरी तरह से जाम की गिरफ्त में दिखाई दिए। जाम में फंसे होने के कारण लोगों के पसीने छूट गए। वहीं बाइक सवारों ने जाम से निजात पाने के लिए गलियों का सहारा लिया। राहगीरों का कहना है कि भारी वाहनों के प्रवेश करने और दुकानदारों द्वारा फुटपाथ पर सामान रखकर कब्जा करना भी जाम लगने का मुख्य कारण है। कोतवाली प्रभारी सचिन मलिक ने बताया कि जल्द ही गांधी मार्ग पर बड़े वाहनों की एंट्री पर पूरी तरह से रोक लगाई जाएगी और मार्ग पर जगह-जगह पुलिसकर्मियों को भी तैनात किया जाएगा।