वन विभाग ने जंगली जानवरों के लिए पानी के कुंड भी नहीं खुदवाए
गर्मी का प्रकोप चरम पर है। इंसान ही नहीं बेजुबान जानवर और पक्षी भी प्यास बुझाने के लिए व्याकुल है लेकिन लॉकडाउन के चलते पानी नहीं मिल रहा है। हर साल वन विभाग जंगली जानवरों के लिए पानी के कुंड खुदवाता है। लेकिन इस बार पानी के लिए कुंड भी नहीं खुदवाए गए हैं।
बुलंदशहर, जेएनएन। गर्मी का प्रकोप चरम पर है। इंसान ही नहीं बेजुबान जानवर और पक्षी भी प्यास बुझाने के लिए व्याकुल है लेकिन लॉकडाउन के चलते पानी नहीं मिल रहा है। हर साल वन विभाग जंगली जानवरों के लिए पानी के कुंड खुदवाता है। लेकिन इस बार पानी के लिए कुंड भी नहीं खुदवाए गए हैं।
भीषण गर्मी में हाल बेहाल है। हालांकि लॉकडाउन के चलते लोग घरों में कैद हैं लेकिन बेजुबान जानवर और पक्षी कहां जाएं। आलम ये है, कि बेसहारा पुश, कुत्ते, बंदर, पक्षी आदि शहर में गर्मी से हांफते दिखाई देते हैं। जब बाजार खुलता था तो तमाम दयालु प्रवृति के व्यापारी या लोग पानी भरवाकर रख देते थे। नांद या अन्य किसी बड़े बर्तन को भरकर टंकी या अन्य बर्तन में पानी भरकर रख देते थे लेकिन इस बार बाजार बंद है। ऐसे में पानी बेजुबानों की प्यास बुझे भी तो कैसे। पक्षी दाने के लिए भी परेशान हैं। जिला वन अधिकारी गंगा प्रसाद का कहना है कि लॉकडाउन चल रहा है। जल्द ही जानवरों के लिए पानी की कुंडी आदि की व्यवस्था कराई जाएगी। कुछ लोग गर्मी से हांफते बेसहारा पशुओं को जरूर हैंडपंप चलाकर पानी पिलाते दिखते हैं।