कमेटी करेगी जल निगम द्वारा बनाए जा रहे नालों की जांच
शहर में जल निगम द्वारा बनाये जा रहे नालों के निर्माण में अनियमितता का आरोप लगने के बाद प्रशासन ने संज्ञान ले लिया है। प्रशासन ने नालों की तकनीकी जांच कराने के लिए तीन सदस्य कमेटी गठित कर दी है। इसमें बुलंदशहर विकास प्राधिकरण के अधिशासी अधिकारी पालिका ईओ और सिटी मजिस्ट्रेट शामिल हैं।
बुलंदशहर, जेएनएन। शहर में जल निगम द्वारा बनाये जा रहे नालों के निर्माण में अनियमितता का आरोप लगने के बाद प्रशासन ने संज्ञान ले लिया है। प्रशासन ने नालों की तकनीकी जांच कराने के लिए तीन सदस्य कमेटी गठित कर दी है। इसमें बुलंदशहर विकास प्राधिकरण के अधिशासी अधिकारी, पालिका ईओ और सिटी मजिस्ट्रेट शामिल हैं।
शहर में साढ़े पांच करोड़ रुपये की लागत से जल निगम द्वारा तीन नाले बनाए जा रहे हैं। इसमें चांदपुर रोड पर चीनी मिल के बाहर का नाला, डीएम रोड का नाला और डीएवी चौराहे वाला नाला शामिल है।
स्थानीय लोगों और सभासदों ने नाला निर्माण की सामग्री के मानक को लेकर भी सवाल उठाते हुए भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। आरोप था कि प्रशासन, पालिका और अन्य जिम्मेदार अधिकारी कोरोना महामारी में व्यस्त हैं ऐसे में ठेकेदार जल निगम के रहमोकरम से फटाफट नाला बनाकर काम पूरा करना चाहता है। शिकायत होने के बाद प्रशासन ने नालों के निर्माण पर ध्यान दिया। अब इन नालों की जांच होगी। नाला निर्माण में भ्रष्टाचार मिला तो जल निगम के अधिकारियों पर कार्रवाई तय है। जांच के लिए बनाई गई कमेटी में सिटी मजिस्ट्रेट, पालिका ईओ और विकास प्राधिकरण के एक्सईएन हैं। ये अपनी जांच रिपोर्ट एडीएम को सौंपेंगे और फिर एडीएम डीएम को रिपोर्ट देंगे। पालिका ईओ निहालचंद ने बताया कि जलनिगम के नालों के निर्माण को लेकर लगातार शिकायतें आ रही थीं। नाले पालिका के हैं और पैसा भी पालिका देगी। कमेटी द्वारा जल्द जांच शुरू हो जाएगी। जल निगम के एक्सईएन एसके शर्मा का कहना है कि हमारे पास कोई पत्र नहीं आया है। कमेटी आए और जांच करे।