आतंकियों से लोहा लेने वाले सैनिक को मिला वीरता का पुरस्कार
राजरीफ रेजिमेंट में तैनात सिकंदराबाद के गांव बुटैना निवासी सैनिक प्रदीप को राष्ट्रपति द्वारा वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
बुलंदशहर, जेएनएन: राजरीफ रेजिमेंट में तैनात सिकंदराबाद के गांव बुटैना निवासी सैनिक प्रदीप को राष्ट्रपति द्वारा वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। प्रदीप को मिले वीरता पुरस्कार से ग्रामीणों में खुशी का माहौल है।
गांव बुटैना निवासी देवेन्द्र चौधरी के पुत्र प्रदीप चौधरी वर्ष 2011 में सेना में राजरीफ रेजीमेंट में भर्ती हुए थे। गत डेढ़ वर्ष से उनकी तैनाती राष्ट्रीय राइफल में है। उनकी यूनिट नाइन आरआर कश्मीर के कुलगांव जिले में तैनात है। दूरभाष पर प्रदीप ने बताया कि गत वर्ष 21 अक्टूबर को कुलगांव में आतंकियों की तलाश में ड्यूटी लगी थी। आतंकियों को घेरने के दौरान जवाबी फायरिग हुई थी। यूनिट के साथ मिलकर उसने तीन आंतकियों को मार गिराया था। लेकिन आतंकियों के साथियों ने यूनिट पर हैंडग्रेनेड से हमला कर दिया था। जिसमें वह हैंडग्रेनेड की चपेट में आकर बुरी तरह घायल हो गया था। प्रदीप को राष्ट्रपति रामनाथ कोविद द्वारा 13 अगस्त को वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। जिसमें प्रदीप को सेना मेडल से नवाजा गया। प्रदीप ने बताया कि अभी उसका उपचार चल रहा है। इसलिए वह पुरस्कार प्राप्त करने नहीं जा सका। यूनिट के अधिकारियों द्वारा पुरस्कार ग्रहण किया गया। राष्ट्रपति ने इस दौरान सेना की अन्य यूनिट के सैनिकों को सम्मानित किया। प्रदीप ने बताया कि उसे देश सेवा करने का मौका मिला और जो सम्मान मिला, वह अतुलनीय है। प्रदीप को मिले इस सम्मान से परिवार ही नहीं बल्कि ग्रामीण भी गदगद हैं।