साहब, पुलिसकर्मियों ने पति से शुरू कराया सट्टा, वसूले 1.44 लाख
पुलिस कार्यालय पहुंची सट्टा संचालक की पत्नी ने एसएसपी से नरौरा थाना में तैनात दो पुलिसकर्मियों पर गंभीर आरोप लगाए। बताया कि पति कपड़े की दुकान करता था लेकिन थाने में मौजूद दो पुलिसकर्मियों ने पति को सट्टा कराने और संरक्षण देने की सलाह दी। सट्टे का काम शुरू किया तो दोनों सिपाहियों ने पिछले चार माह में 1.44 लाख रुपये वसूले।
बुलंदशहर, जागरण टीम। पुलिस कार्यालय पहुंची सट्टा संचालक की पत्नी ने एसएसपी से नरौरा थाना में तैनात दो पुलिसकर्मियों पर गंभीर आरोप लगाए। बताया कि पति कपड़े की दुकान करता था, लेकिन थाने में मौजूद दो पुलिसकर्मियों ने पति को सट्टा कराने और संरक्षण देने की सलाह दी। सट्टे का काम शुरू किया तो दोनों सिपाहियों ने पिछले चार माह में 1.44 लाख रुपये वसूले। पुलिसकर्मियों ने प्रति माह 15 हजार रुपये पुलिस चौकी और 21 हजार रुपये थाने में पहुंचाने की बात कही। दोनों कांस्टेबल कभी भी आ जाते और रुपयों की मांग करते थे। पीड़िता ने कहा कि दो माह पूर्व पति को थाने ले गए और 10 हजार रुपये देकर छोड़ा। 20 दिन बाद फिर पति को हिरासत में ले लिया और पैसे देकर जमानत पर छोड़ा। पुलिसकर्मियों पर महिला ने छेड़छाड़ और शारीरिक संबंध बनाने के लिए दबाव के भी आरोप लगाए हैं। महिला ने आरोपित दोनों कांस्टेबल के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। एसएसपी ने सीओ डिबाई को मामले की जांच सौंप दी है।
इन्होंने कहा..
महिला के आरोपों की सत्यता जानने के लिए सीओ डिबाई को जांच सौंपी गई है। जांच रिपोर्ट के बाद आरोपित सिपाहियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
-संतोष कुमार सिंह, एसएसपी।
अधिवक्ता हत्या प्रकरण में 24 घंटे बाद भी नहीं हुआ मुकदमा दर्ज
औरंगाबाद। अगौता में पुरानी रंजिश को लेकर रविवार शाम एक अधिवक्ता की हत्यारों द्वारा गोली मारकर हत्या किये जाने के मामले में अगौता पुलिस ने अभी तक मुकदमा दर्ज नहीं किया है। वहीं थाना पुलिस का कहना है कि मृतक पक्ष की तरफ से थाने पर कोई तहरीर नहीं आई है। गांव अगौता निवासी रजनीश चौहान अधिवक्ता की रविवार शाम रंजिश के चलते गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्यारों ने हत्या की वारदात को अंजाम देने के बाद अधिवक्ता के शव को पूर्व प्रधान के नलकूप में छिपाकर फरार हो गये थे। मामले में अगौता पुलिस ने घटना के 24 घंटे बाद भी मुकदमा दर्ज नहीं किया है और ना ही हत्यारों का सुराग लगा सकी है। जबकि घटना के बाद से गांव का पूर्व प्रधान समेत दो युवक फरार हैं। मृतक अधिवक्ता के शव का परीक्षण होने के बाद सोमवार को पुलिस की मौजूदगी में अंतिम संस्कार कर दिया गया। वहीं इंस्पेक्टर अगौता अमरसिंह से बताया कि अभी तक मृतक पक्ष की तरफ से थाने पर कोई तहरीर नहीं मिली है।