इज्तिमा स्थल पर कूड़ा जलाने पर एसडीएम सदर कोर्ट गंभीर
जिले में फैल रहे प्रदूषण को एसडीएम सदर कोर्ट ने स्वत: संज्ञान ले लिया है। कोर्ट ने इज्तिमा के आयोजक व प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी को इसके लिए जिम्मेदार मानते हुए आदेश जारी किए हैं। ादेश में कहा गया है तीन के भीतर शेष कचरे का निस्तारण वैज्ञानिक व विधिपूर्वक किया जाए। निर्देशों का पालन न करने पर कोर्ट ने दोनों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी है।
बुलंदशहर: जिले में फैल रहे प्रदूषण को एसडीएम सदर कोर्ट ने स्वत: संज्ञान ले लिया है। कोर्ट ने इज्तिमा के आयोजक व प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी को इसके लिए जिम्मेदार मानते हुए आदेश जारी किए हैं। आदेश में कहा गया है तीन के भीतर शेष कचरे का निस्तारण वैज्ञानिक व विधिपूर्वक किया जाए। निर्देशों का पालन न करने पर कोर्ट ने दोनों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी है।
बुधवार को एसडीएम सदर/ज्वांइट मजिस्ट्रेट अर¨वद ¨सह की कोर्ट ने इज्तिमा आयोजक खुर्जा के पूर्व चेयरमैन हाजी रफीक फड्डा व उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी जीएस श्रीवास्तव को क्षेत्र में फैल रहे प्रदूषण का जिम्मेदार माना है। कोर्ट ने बुधवार को दोनों को आदेश जारी करके तीन दिन में शेष कचरे को वैज्ञानिक तरीके से निस्तारण के आदेश दिए हैं। आदेश का पालन न करने पर उक्त दोनों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी निर्देश दिए हैं कि अपनी देखरेख में कचरे का निस्तारण कराएं।
अनुमति से आए कई गुना लोग
ज्वाइंट मजिस्ट्रेट/एसडीएम सदर अर¨वद ¨सह ने बताया कि सदर तहसील के गांव दरियापुर व अढौली में तब्लिगी इज्तिमा कराने के लिए खुर्जा के पूर्व चेयरमैन हाजी रफीक फड्डा ने अनुमति ली थी। इसमें आयोजक समिति ने दो लाख लोगों के आने की उम्मीद जताई थी, लेकिन इसमें कई गुना लोग पहुंचे। जिस भूमि पर इन लोगों के ठहरने की व्यवस्था थी, वहां के अलावा लोग वन विभाग, गंगनहर की पटरी समेत तमाम सार्वजनिक स्थलों पर नजर आए। एनएच-91, बुलंदशहर विकास प्राधिकरण के ट्रांसपोर्टनगर, भूड़ चौराहा, गांव मरगूपुर, अड़ोली, दिरयापुर, काहिरा, अकबरपुर, कमालपुर, अल्लीपुर गिझौरी, नवादा आदि गांवों में लोग ठहरे रहे। इस भीड़ ने एनएच-91 के आसपास सहित विभिन्न स्थानों पर बेशुमार कूड़ा जमा कर दिया। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने बताया कि उन्होंने स्वयं उक्त स्थलों का दौरा करके देखा कि कचरे को खुलेआम जलाया जा रहा है। विभिन्न समाचार पत्रों में भी इससे संबंधित खबरें प्रकाशित हुई। इससे स्पष्ट है कि आयोजित समिति ने आमजन के स्वास्थ्य को ध्यान न रखते हुए अमान्य तरीके से कूड़ा जलाकर वायु प्रदूषण किया है। जिससे जिले के प्रदूषण ने दिल्ली को भी पीछे छोड़ दिया।
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने नहीं की निगरानी
एसडीएम सदर कोर्ट के आदेश में कहा गया है कि आयोजक समिति के साथ-साथ प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी जीएस श्रीवास्तव भी कूड़ा जलने व प्रदूषण फैलने में बराबर के जिम्मेदार हैं। दूसरी ओर रफीक फड्डा का कहना है कि सैकड़ों लोग लगातार सफाई में जुटे हैं। उनके लोगों ने कूड़ा नहीं जलाया है। कूड़ा जलाकर प्रदूषण फैलाने के आरोप निराधार हैं।