सावधान! हाईवे पर हैं मौत के गड्ढे
बुलंदशहर: जब हाईवे के बारे में सोचते हैं, तो सुहाने सफर की अनुभूति होती है, लेकिन जनप
बुलंदशहर: जब हाईवे के बारे में सोचते हैं, तो सुहाने सफर की अनुभूति होती है, लेकिन जनपद से होकर गुजर रहे हाईवे अब मौत के हाईवे बन चुके हैं। आए दिन कोई न कोई घटना दुर्घटना होती रहती है। इसका सबसे बड़ा कारण है कि हाईवे पर जगह-जगह गड्ढे हो चुके हैं। छोटे वाहन गड्ढों में जाने के बाद अनियंत्रित हो जाते हैं। अरनिया से खुर्जा, बुलंदशहर, सिकंदराबाद बाद हाईवे पर गहरे गड्ढे मौत का कारण बन रहे हैं।
जनपद में नेशनल हाईवे-91 होकर गुजर रहा है। यह हाईवे अलीगढ़ से बुलंदशहर होते हुए गाजियाबाद जनपद को जोड़ता है। जनपद में अरनिया से लेकर सिकंदराबाद तक हाईवे में दर्जनों स्थानों पर गड्ढे बने हुए हैं। इन गड्ढों की वजह से आए आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं। गड्ढों के कारण कई जानें अब तक जा चुकी हैं। शिकायत के बाद अधिकारी आते हैं, गड्ढों को भरवाने का आश्वासन देते हैं लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होगी।
तत्कालीन जिलाधिकारी ने बिलसूरी पर हाईवे की स्थिति को जल्द से जल्द ठीक कराने के निर्देश दिए, लेकिन अभी तक भी स्थिति जस के तस है। उन्होंने अधिकारियों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने तक के आदेश कर दिए थे। तत्कालीन जिलाधिकारी के तबादले के बाद फिर से अधिकारियों ने ध्यान देना बंद कर दिया है। अरनिया और मुनी के पास हाईवे पर गड्ढे ही गड्ढे हैं जिससे लोगों का चलना मुश्किल हो गया है। बुलंदशहर से सिकंदराबाद के बीच हाईवे पर गड्ढे बने हैं लेकिन अधिकारियों की नजर में हाईवे एक दम अच्छे हैं। यदि हाईवे की स्थितियों में सुधार नहीं किया गया और गड्ढे नहीं भरे गए तो किसी दिन जनपद में बड़ा हादसा हो सकता है।
बुलंदशहर-मेरठ हाईवे की स्थिति भी बदहाल
जनपद से हापुड़ मेरठ के लिए जाने वाले हाईवे की स्थिति भी खराब है। बुलंदशहर से गुलावठी तक तो जगह-जगह से मार्ग पूरी तरह से क्षतिग्रस्त पड़ा है। कई स्थानों पर निर्माणाधीन होने के कारण भी लोगों को दिक्कत आ रही है। बुलंदशहर नगर से होकर गुजर रहे हाईवे में भी कई स्थानों पर गड्ढे हैं।
शिकारपुर मार्ग भी जर्जर
जनपद मुख्यालय से शिकारपुर की दूरी 22 किलोमीटर है। इस मार्ग की स्थिति भी बदहाल है। जगह जगह से सड़कें टूटी हुई हैं। ऐसी ही स्थिति बुलंदशहर से जहांगीराबाद-अनूपशहर मार्ग की है। इन मार्गो पर वाहन चलाना आसान नहीं है। जगह-जगह से सड़कें क्षतिग्रस्त हैं। इन्होंने कहा..
मार्गो की स्थिति में सुधार कराया जा रहा है। अधिकतर मार्गो के गड्ढे भरे जा चुके हैं। जहां सड़कें क्षतिग्रस्त हैं, उनके जीर्णोद्धार के लिए बजट आ चुका है। वहां शीघ्र ही निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।
डीके तिवारी, अधिशासी अभियंता पीडब्ल्यूडी