गांवों के विकास कार्यो में खर्च होगी अवशेष धनराशि : डीएम
गांवों के विकास में अडं़गा लगा रहे सचिवों के खिलाफ कार्यवाही करने के बाद जिलाधिकारी ने सचिवों के साथ विकास भवन सभागार में बैठक की। डीएम ने कहा कि जिला पंचायत राज विभाग में गांवों के विकास के लिए भरपूर बजट है।
बुलंदशहर, जेएनएन। गांवों के विकास में अडं़गा लगा रहे सचिवों के खिलाफ कार्यवाही करने के बाद जिलाधिकारी ने सचिवों के साथ विकास भवन सभागार में बैठक की। डीएम ने कहा कि जिला पंचायत राज विभाग में गांवों के विकास के लिए भरपूर बजट है। गांवों नाली, खड़ंजा निर्माण, स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों की मरम्मत आदि को प्राथमिकता देकर विकास कार्य कराए जाएं। जिन गांवों में सचिव नहीं हैं उनमें व्यवस्था की जाए।
जनपद की 951 ग्राम पंचायतों में विकास को लेकर शासन ने 222 करोड़ रुपये जारी किए थे। इनमें से मात्र 136 करोड़ रुपये की खर्च हो पाए हैं। करीब 86 करोड़ रुपये अभी भी जिला पंचायत राज विभाग में अवशेष बचे हैं। शनिवार को विकास भवन सभागार में बैठक डीएम रविद्र कुमार ने ग्राम पंचायतवार समीक्षा करते हुए ग्राम सचिव को निर्देश दिए कि वित्तीय वर्ष में अवशेष धनराशि का उपयोग 31 मार्च से पूर्व कराना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि जिन ग्राम पंचायतों में धनराशि का उपयोग नहीं किया जाएगा तो संबंधित ग्राम सचिव के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। जहां पर ग्राम प्रधान द्वारा विकास कार्यों में सहयोग नहीं किया जा रहा है उनकी सूची बनाकर प्रस्तुत करें। जहां सचिव तैनात नहीं है वहां पर सचिव तैनात करने के निर्देश डीपीआरओ को दिए। जिलाधिकारी ने कार्यों को समय से पूरा करने के लिए 16 विकास खंडों को चार भागों में विभाजित करते हुए जिला पंचायत राज अधिकारी एवं तीनों डीपीसी द्वारा विकास खंडों के कार्यों का सुपरविजन करने के निर्देश दिए। इस मौके पर सीडीओ सुधीर कुमार रुंगटा, डीपीआरओ नंदलाल आदि मौजूद रहे।