शहीदों की प्रतिमा लगवाने के लिए मौन पदयात्रा पर निकले राजेश
लखनऊ के पार्क में शहीद भगत सिंह राजगुरु और सुखदेव की प्रतिमाएं न लगने से आहत समाजसेवी राजेश शर्मा मौन पदयात्रा पर निकल पड़े हैं।
बुलंदशहर, जेएनएन :
लखनऊ के पार्क में शहीद भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव की प्रतिमाएं न लगने से आहत समाजसेवी राजेश शर्मा मौन पदयात्रा पर निकल पड़े हैं। तीनों अमर शहीदों से जुड़े शहरों में मौन पदयात्रा निकालने के बाद राजेश 27 सितंबर को लखनऊ पहुंचकर धरना देंगे। इसमें शहीदों के परिवारों से जुड़े लोग भी पहुंचेंगे।
सिकन्दराबाद क्षेत्र के गांव महिपा जागीर निवासी समाजसेवी राजेश शर्मा ने बताया कि अब से 19 साल पहले वर्ष 2001 में लखनऊ के अंदर भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव की प्रतिमाएं लगाने के लिए काम शुरू किया गया। सरकार ने इसके लिए नौ लाख 14 हजार रुपये की धनराशि निर्धारित की। लेकिन मात्र पांच लाख 14 हजार रुपये ही रिलीज हो पाए। नवंबर 2001 तक तीनों प्रतिमा लगने का काम पूरा होना था। बजट की कमी के चलते केवल भगत सिंह की प्रतिमा ही लग पाई, जबकि अब तक प्रदेश में कई बार सरकारें बदल गईं। लेकिन किसी ने भी प्रतिमाओं की सुध नहीं ली। कोई भी सरकार चार लाख रुपये की व्यवस्था शहीदों के लिए नहीं कर पाई। जबकि दावे सभी बड़े-बड़े करते हैं। शहीदों के सम्मान में राजेश ने सोमवार को कालाआम चौराहा पर शहीदों को पुष्प अर्पित कर मौन पदयात्रा की शुरूआत की। अब वह जलियावाला बाग, महाराष्ट्र, दिल्ली समेत कई स्थानों पर जाएंगे। शहर से शहर के बीच की दूरी बस से और शहर में पैदल घूमेंगे। भगत सिंह के परिवार से जुड़े सदस्यों से वह मिल चुके हैं। जल्द ही राजगुरु और सुखदेव के परिवारों से भी मिलेंगे।
कई बार चलाया अभियान
-शहीदों के प्रति सरकार को जगाने निकले राजेश बाल विवाह रोकने के लिए भी अभियान चला चुके हैं। गरीबों को मुफ्त भोजन कराने के लिए भी इन्होंने काफी दिनों तक काम किया।