सरसों की फसल उजाड़ने का विरोध, महिलाओं का हंगामा
डेडीकेडेट फ्रेट कॉरीडोर के लिए अधिग्रहित जमीन पर लगी सरसो की फसल पर जेसीबी चलाने पर महिलाएं भड़क गई। वह जेसीबी के आगे बैठ गई और काम को रोक दिया।
बुलंदशहर, जेएनएन। डेडीकेडेट फ्रेट कॉरीडोर के लिए अधिग्रहित जमीन पर लगी सरसो की फसल पर जेसीबी चलाने पर महिलाएं भड़क गई। वह जेसीबी के आगे बैठ गई और काम को रोक दिया। इस दौरान पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों से उनकी काफी देर तक नोकझोंक हुई। हालांकि करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद अधिकारियों ने महिलाओं को समझा-बुझाकर हटाया। इसके बाद काम शुरू हो सका।
खुर्जा जंक्शन क्षेत्र के कई गांवों की जमीन को डेडीकेडेट फ्रेट कॉरीडोर के लिए अधिग्रहित किया गया है। इसके उचित मुआवजे की मांग को लेकर किसान धरना-प्रदर्शन करते हुए आ रहे हैं। गांव मदनपुर में भी कई महीनों से धरना चल रहा है। किसानों का कहना है कि डीएम से लेकर अन्य अधिकारी उन्हें आश्वासन दे चुके हैं, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। कई बार किसानों अपनी मांग को लेकर डीएफसीसी का कार्य भी रोक चुके हैं। बुधवार को जब डीएफसीसी के चल रहे काम के दौरान अधिग्रहित जमीन पर किसानों की सरसो की फसल पर जेसीबी चलनी शुरू हो गई। इसकी जानकारी होने पर किसान भड़क गए। गांव मदनपुर से काफी महिलाएं और पुरुष मौके पर पहुंच गए। उन्होंने जेसीबी के आगे बैठकर काम रोक दिया और मुआवजे की मांग की। उधर जानकारी होने पर पुलिस फोर्स के साथ एसडीएम ईशा प्रिया, सीओ गोपाल सिंह, कोतवाली प्रभारी जितेंद्र कुमार सिंह मौके पर पहुंच गए। उनकी काफी देर तक महिलाओं से नोकझोंक हुई। करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद अधिकारियों ने किसी तरह समझा-बुझाकर महिलाओं को पुरुषों को वहां से हटाया। इसके बाद डीएफसीसी ने अधिग्रहित जमीन में खड़ी सरसों की फसल पर जेसीबी चलाकर काम शुरू कराया। एसडीएम ईशा प्रिया ने बताया कि किसानों से कहा गया है कि वह फ्रेट कॉरीडोर के काम में बाधा न डालें। जिन लोगों को मुआवजा नहीं मिला है, वह दस्तावेजों को लेकर आएं। किसानों की हर संभव मदद कराई जाएगी।