लेखपालों के विरोध में उतरे प्रधान
बुलंदशहर: ग्राम प्रधान लेखपाल के विरोध में उतर आए हैं। बुधवार को उन्होंने सदर तहसील में
बुलंदशहर: ग्राम प्रधान लेखपाल के विरोध में उतर आए हैं। बुधवार को उन्होंने सदर तहसील में धरना-प्रदर्शन करते हुए लेखपालों पर आरोप लगाए। प्रदर्शन के बाद उन्होंने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन डीएम को देकर भ्रष्ट लेखपालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
ज्ञापन उन्होंने आरोप लगाए कि लेखपाल गरीब व बेसहारा किसानों का उत्पीड़न करते हैं, जबकि भू-माफिया से मिलकर अवैध कब्जा कराते हैं। संगठन के जिलाध्यक्ष जगमाल ¨सह मावई ने कहा कि इनकी शिकायत पीड़ित करते हैं तो कार्रवाई करने की बजाए, उल्टे उसे ही धमकाकर भगा देते हैं। इस संबंध में उनके खिलाफ एसडीएम सदर ने कार्रवाई की तो अब वह विरोध में उतर आए हैं। प्रधानों ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि भ्रष्टाचार में संलिप्त लेखपालों की जांच कराकर उनके व उन्हें शह देने वाले अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
संगठन के प्रदेश महामंत्री ने कहा कि काम करने की बजाए लेखपाल एसडीएम के खिलाफ प्रदर्शन पर बैठे हैं। इनके प्रदर्शन से जनता के काम अधर में लटके पड़े हैं। अगर जल्द ही लेखपाल अपना धरना समाप्त नहीं करते हैं तो इनके खिलाफ कार्रवाई करते हुए अन्य लेखपाल तैनात किए जाए। ¨पटू, अनिल, धर्मेंद्र, विजयपाल, हरेंद्र, सुनील, महेंद्र, ऋषिपाल, राहुल, किशन स्वरूप आदि विशेष रूप से मौजूद रहे। लेखपालों का धरना जारी
सदर तहसील में लेखपालों का धरना-प्रदर्शन 14वें दिन भी जारी रहा। वह अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार करके प्रदर्शन कर रहे हैं। उनकी मांग है कि एसडीएम द्वारा लेखपालों के खिलाफ हुई कार्रवाई को निरस्त किया जाए। लेखपालों की अन्य समस्या का निस्तारण किया जाए। उन्होंने मांग पूरी होने तक हड़ताल जारी रखने की चेतावनी दी है। संगठन के सचिव मनीष कुमार, हंसराज ¨सह, मुकेश चौधरी, चंद्रशेखर, लक्ष्मीनारायण, धर्मवीर, बलवंत, रोहित, आशुतोष बंसल व रामधन आदि विशेष रूप से मौजूद रहे।