धरा बचाने की मुहिम चला रहे प्रो. यशवंत
एक तरफ जहां विकास के नाम पर प्रकृति का दोहन करने वाले लोगों की भीड़ है। वहीं आईपी कालेज के प्रोफेसर डा. यशवंत पृथ्वी के बचाने की अलख जला रहे हैं। लोगों के बीच जाकर प्रोफेसर धरा बचाने और पेड़ बचाने की अपील कर रहे हैं। इस अभियान के तहत ये 25 हजार से अधिक पेड़ लगा चुके हैं।
जागरण संवादाता, बुलंदशहर: एक तरफ जहां विकास के नाम पर प्रकृति का दोहन किया जा रहा है, वहीं आइपी कालेज के प्रोफेसर डा. यशवंत पृथ्वी बचाने की अलख जला रहे हैं। वह लोगों के बीच जाकर धरा बचाने और पेड़ बचाने की अपील कर रहे हैं। इस अभियान के तहत ये 25 हजार से अधिक पेड़ लगा चुके हैं।
प्रो. यशवंत का कहना है कि सरकार को भी इस पर ध्यान देना चाहिए। पृथ्वी के विकास के नाम पर विनाश किया जा रहा है। पेड़ काटने के साथ ही खेती की भूमि पर घटती जा रही है। इतना ही नहीं खेती का उत्पादन बढ़ाने के लिए कीटनाशक और रासायनिक खाद का अंधाधुंध प्रयोग किया जा रहा है। नतीजन हर तरह का प्रदूषण बढ़ रहा है और लोग तरह-तरह की बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। बढ़ते प्रदूषण और सिस्टम की उदासीनता के देखते हुए ही उन्होंने धरा को बचाने की मुहिम शुरू करने का बीड़ा उठाया। वह अब तक एक अभियान के तहत दिल्ली, मुजफ्फरनगर, मेरठ, बागपत और बुलंदशहर समेत कई जिलों में 25 हजार से ज्यादा पेड़ लगवा चुके हैं। उन्होंने लोगों से अपील की है, कि कम से कम एक पेड़ लगाकर उसका संरक्षण करें और पानी का भी संभलकर सीमित प्रयोग करें।