किसान समाधान दिवस में खुली बीमा कंपनी की पोल
विकास भवन में आयोजित किसान समाधान दिवस में किसानों ने बीमा कंपनी पर फसल के नुकसान की भरपाई न करने का आरोप लगाते हुए इसे बंद कराने की मांग की।
बुलंदशहर, जेएनएन। विकास भवन में आयोजित किसान समाधान दिवस में किसानों ने बीमा कंपनी पर फसल के नुकसान की भरपाई न करने का आरोप लगाते हुए इसे बंद कराने की मांग की। इसके साथ ही भाकियू ने बकाया भुगतान और बिजली कर्मचारियों की अवैध उगाही का विरोध करते हुए बिल नहीं देने की चेतावनी दी।
किसान समाधान दिवस की अध्यक्षता परियोजना निदेशक सर्वेश चंद और संचालन कृषि उपनिदेशक आरपी चौधरी ने किया। इस दौरान अधिकांश किसानों ने धान की फसल में हुए नुकसान की भरपाई कराने की मांग की। किसानों ने बताया कि प्रधानमंत्री किसान बीमा योजना के नाम पर बैंक खातों से धनराशि काटकर नामित कंपनी को दे रहे हैं जबकि इस योजना का लाभ किसानों को नहीं मिल रहा। इस दौरान बीबीनगर के किसान ओमप्रकाश ने बर्बाद फसल के फोटो दिखाते हुए बताया कि बीमा प्रतिनिधि ने बेमौसम बारिश से होने वाले नुकसान की भरपाई न करने का नियम बताते हुए लौटा दिया। इस पर अधिकारियों ने बीमा कंपनी के प्रतिनिधि को सभा में जमकर फटकार लगाई और शासन को कंपनी की शिकायत करने की बात कही। कृषि जिला अधिकारी अश्विनी कुमार, जिला गन्ना अधिकारी डीके सैनी, भूमि संरक्षण अधिकारी घनश्याम दास, उद्यान अधिकारी धीरेंद्र कुमार आदि मौजूद रहे।
भाकियू ने अधिकारियों को घेरा
भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष गुड्डू प्रधान के नेतृत्व में दो दर्जन से अधिक किसानों ने सभागार में किसानों की मांग रखी। गुड्डू प्रधान ने बताया कि चीनी मिले क्षमता से कम पेराई कर रही हैं, जिससे किसानों का गन्ना खेत में खड़ा है। बिजली कर्मचारी चेकिग के नाम पर किसानों से अवैध वसूली कर रहे हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि जब तक किसानों को पूर्ण भुगतान नहीं हो जाता वह बिल जमा नहीं करेंगे।