पुलिस का फोकस ¨चगरावठी पर, दो पकड़े
कोतवाल के हत्यारोपितों की पहचान के बाद एसआइटी व पुलिस ने ¨चगरावठी गांव पर पूरा फोकस कर दिया है।
बुलंदशहर: कोतवाल के हत्यारोपितों की पहचान के बाद एसआइटी व पुलिस ने ¨चगरावठी गांव पर पूरा फोकस कर दिया है। हालांकि एसआइटी कोतवाल के हत्यारोपितों के नाम उजागर नहीं कर रही हैं, लेकिन माना जा रहा है कि एक वीडियो फुटेज के आधार पर आरोपितों की पहचान होने के बाद एसआइटी व पुलिस की टीमें लगाता उनकी गिरफ्तारी के लिए उनके संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है। उधर, पुलिस ने मंगलवार रात ¨चगरावठी गांव में दबिश देकर दो अन्य आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है।
तीन दिसंबर को गोवंशों के अवशेष मिलने को लेकर स्याना कोतवाली की ¨चगरावठी पुलिस चौकी के पास हुए खूनी बवाल में स्याना कोतवाल सुबोध कुमार ¨सह शहीद हो गए थे, जबकि गोली लगने से ¨चगरावठी गांव निवासी सुमित (21) की भी मौत हो गई थी। घटना के बाद से आइजी मेरठ रेंज द्वारा गठित एसआइटी व स्थानीय पुलिस बलवे व गोकशी के नामजद आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है। बवाल की मिली वीडियो के आधार पर एसआइटी कोतवाल को गोली मारने वालों की शिनाख्त कर रही है। बताया गया है कि एक वीडियो के आधार पर एसआइटी ने ¨चगरावठी गांव निवासी दो युवकों को पहचान की है, जिसमें एसआइटी व पुलिस के टारगेट पर खासतौर पर एक आरोपित आ गया है। मंगलवार रात भी पुलिस ने कोतवाल की हत्या में चिह्नित किए गए आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए गांव व संबंधित ठिकानों पर दबिश दी, लेकिन सफलता नहीं मिली। अलबत्ता पुलिस ने अज्ञात में दर्ज किए गए दो आरोपितों को वीडियो फुटेज के आधार पर गिरफ्तार कर लिया। इनके नाम ¨चगरावठी निवासी मोहित पुत्र बिजेंद्र सिंह व नितिन पुत्र बृजेश सिंह बताए हैं। पुलिस ने इनका चालान कर दिया है। बताया गया है कि कोतवाल की हत्या में चिह्नित किए गए दोनों आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस उनके परिजनों पर दबाव बनाने का प्रयास भी कर रही है। मुख्य आरोपित बजरंग दल के जिला संयोजक योगेश राज को पकड़ने में पुलिस को अभी सफलता नहीं मिली है।
जीतू फौजी का नहीं लिया रिमांड
बलवे में नामजद फौजी जितेंद्र मलिक उर्फ जीतू की जमानत के लिए न तो उनके अधिवक्ता संजय शर्मा ने सेशन कोर्ट में बुधवार को जमानत अर्जी डाली। पुलिस ने भी जीतू को रिमांड पर लेने के लिए सीजेएम न्यायालय में प्रार्थना पत्र नहीं दिया है। जीतू के अधिवक्ता संजय शर्मा ने अन्य अधिवक्ताओं व जीतू के भाई धर्मेंद्र मलिक के साथ बुधवार को घटनास्थल की पड़ताल की। उन्होंने ग्रामीणों से भी बात की। बताया कि घटना स्थल से जुड़े सभी ¨बदुओं का मंथन करने के बाद जमानत के लिए सेशन कोर्ट में प्रार्थना पत्र देंगे।
घटना के दस दिन बाद भी गांवों में पसरा सन्नाटा
स्याना: बवाल के दस दिन बाद भी तीनों गांवों में सन्नाटा पसरा है। बलवाइयों की गिरफ्तारी के लिए लगातार पुलिस ¨चगरावठी, महाव व नया बांस में दबिश दे रही है, जिससे महिलाओं व बच्चों में दहशत है। पुलिस की कार्रवाई के डर से गांव से युवा गायब हो गए हैं। घरों में बुजुर्ग, महिलाएं व बच्चे ही मौजूद है।