स्वदेशी झालरों की झिलमिलाहट से रोशन हुई पाटरी नगरी
दीपावली पर घरों को रोशन करने के लिए झालर बाजार तैयार है। खुर्जा के अधिकांश मार्गो पर झालरों की झिलमिलाहट लोगों को आकर्षित कर रही हैं। दुकानों पर स्वेदशी झालरों की मांग अधिक हैं।
जेएनएन, बुलंदशहर। दीपावली पर घरों को रोशन करने के लिए झालर बाजार तैयार है। खुर्जा के अधिकांश मार्गो पर झालरों की झिलमिलाहट लोगों को आकर्षित कर रही हैं। दुकानों पर स्वेदशी झालरों की मांग अधिक हैं।
दीपावली पर्व पर यहां के बाजार की रंगत भी पूरी तरह रोशनी से जगमग है। जिस कारण यहां कई स्थानों पर झालरों को बनाने का कार्य किया जा रहा है। जिनकी सप्लाई यहां की दुकानों पर की जा रही है। इसके अलावा स्वदेशी कंपनी द्वारा निर्मित झालरें ही पाटरी नगरी के अधिकांश बाजारों में दिखाई दे रही है और लोगों द्वारा भी भारतीय झालरों को खूब पसंद किया जा रहा है। यहीं कारण ही कालेज मार्ग, बजाजा बाजार, गांधी मार्ग, सुभाष मार्ग आदि स्थानों पर शाम होते हुए स्वदेशी झालरों की जगमगाहट दिखाई देना शुरू हो जाती है। झालर विक्रेता सोनू ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से बाजार की रौनक बढ़ी है। इस बार भी बीते वर्ष की तरह ही ग्राहक भारतीय झालरों को अधिक पसंद कर रहे हैं। जिसके पीछे मुख्य कारण यह भी है कि भारतीय झालर ज्यादा चलती है और उन्हें रिपेयर भी किया जा सकता है। वर्तमान में पट्टे वाली झालरों की अधिक डिमांड बाजार में है। यह हैं झालरों के नए आइटम:
इस दीपावली पर 12 रंग वाली पट्टे की झालर बाजार में आकर्षण का केंद्र है। जिस कारण ही सामान्य झालरों से उसके दाम ज्यादा है। वहीं छोटे कलश और झूमर भी लोगों को आकर्षित कर रहे हैं। इलैक्ट्रानिक दीपक भी अच्छी डिमांड में हैं। झालरों के रेट की बात करें तो 25 से लेकर 600 रुपये तक की झालर बाजार में उपलब्ध है।