सीएम की सख्ती के बाद सड़कों पर उतरे अफसर
नागरिकता संशोधन कानून को लेकर जिले के अफसर सतर्क हैं। दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में हुई हिसक झड़प के बाद प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को सभी डीएम और एसएसपी के वीडियो कांफ्रेंसिग के जरिए पेंच कसे थे।
बुलंदशहर, जेएनएन। नागरिकता संशोधन कानून को लेकर जिले के अफसर सतर्क हैं। दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में हुई हिसक झड़प के बाद प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को सभी डीएम और एसएसपी के वीडियो कांफ्रेंसिग के जरिए पेंच कसे थे। जिसके बाद खुद जिलाधिकारी रविद्र कुमार और एसएसपी संतोष कुमार सिंह जिले की सड़कों पर पैदल मार्च कर रहे हैं। मंगलवार की सुबह भी फोर्स के साथ दोनों अधिकारियों ने पहले शहर में पैदल मार्च किया। इसके बाद वह सिकंदराबाद, खुर्जा आदि देहात के कस्बों में पहुंचे। यहां पर लोगों से अपील की गई कि कोई भी अफवाह न फैलाए और झूठी सूचना पर विश्वास न करे।
इस बिल को लेकर तीन दिन पहले औरंगाबाद कस्बे में कुछ मुस्लिम समाज के लोगों ने जुलूस निकाला था। इसके बाद सभा करने लगे थे। सभा खत्म कराने को लेकर पुलिस के साथ झड़प हो गई थी। जिस कारण पुलिस को लाठी फटकार कर भीड़ को भगाना पड़ा था। आगे से ऐसी कोई घटना न हो, इसलिए डीएम एसएसपी औरंगाबाद में भी पहुंचे। एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने बताया कि सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वह अपने अपने क्षेत्र में गश्त तो करेंगे ही। साथ ही पीएसी के जवानों के साथ पैदल मार्च भी करेंगे। साथ ही थानों पर मुस्लिम और हिदू समाज के जिम्मेदार लोगों के साथ बैठक कर शांति व्यवस्था बनाकर रखेंगे। वहीं, शहर में भी लगातार फोर्स पैदल और गाड़ियों में गश्त कर रही है। संवेदनशील और अति संवेदनशील स्थानों पर स्थाई ड्यूटी लगाई गई है।
पुलिस लाइन में सिपाहियों को दिए टिप्स
मंगलवार की सुबह जिलाधिकारी रविद्र कुमार और एसएसपी संतोष कुमार सिंह पुलिस लाइन में पहुंचे। यहां पर उन्होंने पीएसी और पुलिस के सिपाहियों को पुलिस लाइन के मैदान में ब्रीफ किया। इस दौरान एसएसपी ने सिपाहियों को समझाया कि यदि जिले के कहीं पर भी कोई अप्रिय घटना होती है तो वह संयम से काम लें।
सोशल मीडिया पर पैनी नजर
एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने बताया कि सोशल मीडिया वाट्सएप, फेसबुक, ट्विटर आदि पर भी पुलिस की सोशल मीडिया सेल के एक्सपर्ट नजर रख रहे हैं। हालांकि अभी तक फेसबुक पर चल रही एक बस में आग लगाने की वीडियो को नहीं हटवाया गया है।