बुल 51: अब प्राचीन किशन तालाब जल से रहेगा सराबोर
नगर का एतिहासिक किशन तालाब का अब सूखा नहीं रहेगा। प्रशासन का सहयोग करते हुए किसान नेता ने वर्षो से बंद पड़ी नाली के लिए अपने खेत में जगह देकर खुदाई कराई। इससे जहां प्राचीन मंदिर का तालाब पानी से लबालब रहेगा।
सिकंदराबाद : नगर का एतिहासिक किशन तालाब का अब सूखा नहीं रहेगा। प्रशासन का सहयोग करते हुए किसान नेता ने वर्षो से बंद पड़ी नाली के लिए अपने खेत में जगह देकर खुदाई कराई। इससे जहां प्राचीन मंदिर का तालाब पानी से लबालब रहेगा। वहीं माइनर के ओवरफ्लो के कारण खेतों में जलभराव से होने वाले नुकसान से किसानों को राहत मिलेगी।
सिकंदराबाद का एतिहासिक मंदिर कई बीघा में है। जहां तालाब के बीचोबीच बना मंदिर मुख्य आकर्षण का केंद्र ¨बदु है। तालाब के लिए पानी गुलावठी रोड के खगुआवास माइनर से आता है। गत कई वर्ष से तालाब समेत बाइपास होकर गुजरने वाले माइनर पर कुछ लोगों ने अवैध रूप से कब्जा कर उसका नामोनिशान मिटा दिया। नाला बंद होने के कारण भटपुरा से एक ओर बने माइनर में ओवरफ्लो होने के कारण खेतों में जलभराव भी हो जाता था। जबकि होली के बाद बसौड़ा व दशहरे पर मंदिर पर प्रमुख पर्वो के कारण तालाब में पानी न होने से श्रद्धालुओं का परेशानी का सामना करना पड़ा रहा था।
एसडीएम डा. वेदप्रकाश मिश्रा के निर्देश पर सिकंदराबाद देहात अंतर्गत आने वाले माइनर की वस्तुस्थिति का लेखपालों की टीम की मुआयना किया। अभिलेखों में किशन तालाब आने वाले नाले की जगह न मिलने पर पास ही खेत मालिक किसान नेता कौशल अधाना ने प्रशासन का सहयोग करते हुए एतिहासिक किशन तालाब तक पानी पहुंचाने के लिए नाला खुदाई के लिए जगह दी। जिस पर रविवार को सिकंदराबाद देहात के लेखपाल ब्रजभूषण कुमार के नेतृत्व में जेसीबी से बाइपास से किशन तालाब तक करीब दो सौ मीटर नाले की कौशल अधाना के खेत में खुदाई कराई। इस संबंध में कौशल अधाना का कहना था कि प्राचीन किशन तालाब की महत्ता बनी रहे, इसलिए खेत से नाली की खुदाई कराई गई। इन्होंने कहा..
नाला बनाने के लिए खेत मालिक ने प्रशासन का सहयोग किया। इससे जहां किशन तालाब पानी से सराबोर रहेगा, वहीं कई बीघा में बने तालाब से भटपुरा रोड होकर गुजरने वाला माइनर ओवरफ्लो नहीं होगा। शीघ्र आगे जाने वाले माइनर के अवरोध हटवाए जाएंगे।
डा. वेदप्रकाश मिश्रा, एसडीएम
सिकंदराबाद