दावे हवा-हवाई, बसों की छतों पर यात्रा करने को मजबूर यात्री
भैयादूज पर्व पर बसों की व्यवस्था नहीं होने के कारण यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
बुलंदशहर: भैयादूज पर्व मनाने के लिए भाई-बहन समय से अपने गंतव्य पहुंचने की जद्दोजहद में रहे। बस की छत पर बैठकर व खिड़की से लटकर सफर किया। हालांकि पुलिस बल भी तैनात रहा, लेकिन कई जगह यातायात पूरी तरह प्रभावित रहा। स्याना, सिकंदराबाद, खुर्जा आदि क्षेत्र में घंटों जाम की स्थिति बनी रही।
शहर से सिकंदराबाद, स्याना, हापुड़, खुर्जा, जहांगीराबाद, डिबाई आदि क्षेत्रों को जाने वाली रोडवेज व निजी बसों में यात्री भारी संख्या में भरकर सफर करते नजर आए। रोडवेज बस अड्डा, भूड़ चौराहे व नया बस अड्डे पर पुलिसकर्मियों ने छत पर बैठे यात्रियों को कई बार उतारा भी लेकिन समय से अपने घर पहुंचने की जद्दोजहद में यात्री अपने जान जोखिम में डालकर यात्रा करने में व्यस्त दिखे।
जाम के झाम में फंसे वाहन
मेरठ-बुलंदशहर हाईवे निर्माणाधीन होने के कारण यूं तो इस पर आए दिन जाम की स्थिति बनी रहती है, लेकिन शुक्रवार को भैयादूज होने के कारण वाहनों की संख्या और बढ़ गई। हापुड़ से लेकर बुलंदशहर तक यात्रियों को दोगुना समय लगा। गुलावठी व हापुड़ के बीच का 20 मिनट का सफर 1.30 घंटे में पूरा करना पड़ा। ऐसा ही हाल स्याना क्षेत्र में देखने को मिला। हालांकि जगह-जगह पुलिसकर्मी तैनात थे, लेकिन वाहनों की अधिकता के सामने वह बेबस नजर आए। बावजूद इसके पुलिसकर्मी लगातार जाम को खुलवाने का प्रयास भी करते रहे।
डग्गामार वाहनों की रही चांदी
हालांकि रोडवेज विभाग ने सभी बसों सुचारू रूप से चलाने के लिए दो दिन पहले ही चालक व परिचालकों को निर्देश जारी कर दिए थे। बावजूद इसके बसों का टोटा रहा। यात्री रोडवेज व निजी बसों के अलावा डग्गामार वाहनों में सफर करते रहे। कालाआम के निकट डग्गामार वाहन चालक द्वारा अधिक किराया मांगने को लेकर एक यात्री से कहासुनी भी हुई। मौके पर पहुंचे यूपी-100 पुलिसकर्मियों ने मामला निपटाया। पुलिस के हस्तक्षेप के बाद भी जिले में डग्गामार वाहन धड़ल्ले से चले और उन्होंने खूब चांदी काटी।
स्याना : भैयादूज के मौके पर बाजार में सुबह से ही जाम लगना शुरू हो गया। ऐसे ही हालात बस अड्डों का रहा। दिन भर नगर की सड़कों पर जाम लगा रहा। लोगों की सुरक्षा हेतु सीओ सत्यप्रकाश शर्मा व कोतवाली प्रभारी सुबोध कुमार ¨सह पुलिस फोर्स के साथ नगर के बाजारों व मुख्य मार्गो पर यातायात व्यवस्था में जुटे रहे।