नगर पालिका की व्यवस्था लड़खड़ाई, नहीं हो रही सफाई
शहर की सफाई व्यवस्था पर पालिका प्रतिमाह एक करोड़ रुपये से अधिक खर्च कर रही है। बावजूद इसके शहर को गंदगी से निजात नहीं मिल रही है। न तो नियमित कूड़ा उठ रहा है।
बुलंदशहर, जेएनएन। शहर की सफाई व्यवस्था पर पालिका प्रतिमाह एक करोड़ रुपये से अधिक खर्च कर रही है। बावजूद इसके शहर को गंदगी से निजात नहीं मिल रही है। न तो नियमित कूड़ा उठ रहा है और न ही सफाईकर्मी नियमित सफाई ही कर रहे हैं। धार्मिक स्थलों के पास भी कूड़े के अंबार लगा रहे हैं।
शहर में दस वार्डों की सफाई व्यवस्था ठेके पर चल रही है। बाकी वार्डों में पालिका के कर्मचारी ही सफाई करते हैं। शहर में जगह-जगह कूड़े के ढेर पड़े होते हैं। लोग कूड़े के ढेर देखकर दुकान खोलते हैं। कभी-कभी तो कूड़े के ढेर देखते हुए शाम हो जाती है। सबसे ज्यादा परेशानी उन लोगों को होती है, जोकि रोजाना मंदिर जाते हैं और भगवान के दर्शन से पहले उन्हें कूड़े के ढेर के दर्शन करने पड़ते हैं। दुर्गंध भी झेलनी पड़ती है। सराफा बाजार लालकुआं स्थित बांके बिहारी मंदिर के पास कूड़े के ढेर लगे हैं। लोग फोन करते हैं तो कूड़ा उठ जाता है। अंसारी रोड चौराहा के पास स्थित हनुमान मंदिर में माथा टेकने के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं को भी कूड़े के दर्शन करने पड़ते हैं। व्यापारियों का कहना है कि शहर में गंदगी का जो आलम है वह पिछले साल में कभी नहीं देखा। पालिका ईओ निहाल चंद का कहना है कि जिन वार्ड में सफाई ठेके पर है, वहां ठेकेदार को नोटिस जारी किया है। बाकी शहर में भी निरीक्षण कर सफाई व्यवस्था दुरुस्त कराई जाएगी।