मंडल में सर्वाधिक बुलंदशहर में भ्रष्टाचार : अंशु त्यागी
मंडल में सर्वाधिक बुलंदशहर में भ्रष्टाचार अंशु त्यागी - मेरठ मंडल मनरेगा लोकपाल ने विकास भवन में संभाला चार्ज - लोकपाल ने श्रमिकों को काम और भुगतान नहीं देने की शिकायतों का किया जिक्र बुलंदशहर जेएनएन। विकास भवन पहुंची मेरठ मंडल मनरेगा लोकपाल अंशु त्यागी ने जिले में श्रमिकों के हालातों पर चिता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि मंडल में मनरेगा योजना में सर्वाधिक भ्रष्टाचार बुलंदशहर में है। जिसकी तह तक पहुंचकर इसे खत्म करना होगा और श्रमिकों को उनका अधिकार दिलाना होगा।
बुलंदशहर, जेएनएन। विकास भवन पहुंची मेरठ मंडल मनरेगा लोकपाल अंशु त्यागी ने जिले में श्रमिकों के हालातों पर चिता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि मंडल में मनरेगा योजना में सर्वाधिक भ्रष्टाचार बुलंदशहर में है। जिसकी तह तक पहुंचकर इसे खत्म करना होगा और श्रमिकों को उनका अधिकार दिलाना होगा। उन्होंने चेतावनी दी कि योजना के अंतर्गत भ्रष्टाचार फैलाने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और सीधे शासन को लिखा जाएगा।
अंशु त्यागी को ग्राम्य विकास सचिवालय ने मेरठ मंडल का लोकपाल नियुक्त किया है। पहली बार बुलंदशहर आई अंशु त्यागी ने कहा कि जिले में मात्र 15 फीसद श्रमिकों को ही काम दिलाया जा रहा है, कुछ शिकायतें ऐसी भी हैं, जिन्हें अभी तक उनका मेहनताना नहीं मिला। श्रमिकों की संख्या कम है और रजिस्टर्ड अधिक दर्शाए गए हैं। दो-दो वर्षों से कई श्रमिकों का भुगतान संबंधित विभागों में अटका पड़ा है। श्रमिक की 182 और राजमिस्त्री की दहाड़ी 350 रुपये है, लेकिन सभी श्रेणियों के श्रमिकों को एक ही दहाड़ी का भुगतान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यहां मजदूरों को जॉब कार्ड नहीं वितरित किए गए, काम नहीं दिया जा रहा, मजदूरी नहीं मिली और मस्टर रोल तक गायब कर दिए गए हैं। श्रमिकों को दरकिनार कर मशीनों से विकास कार्य कराए गए हैं। एक-एक काम की जांच की जाएगी। इसके साथ ही ग्राम्य विकास योजना के रिकार्ड, मेजरमेंट ऑफ वर्क, एकाउंट, फंड का सोशल ऑडिट कराया जाएगा। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्र में समस्याओं के निस्तारण के लिए जन सुनवाई करने का आश्वासन दिया। दिल्ली की जुनेविल कोर्ट की मजिस्ट्रेट अंशु त्यागी ने सख्त तेवर दिखाते हुए श्रमिकों को उनका अधिकार दिलाने की बात कही।