अभी नहीं आई दवाई, बाजारों में शुरू हो गई ढिलाई
लाकडाउन खत्म हो गया है लेकिन कोरोना संक्रमण का खतरा अभी बरकरार ह
बुलंदशहर, जेएनएन। लाकडाउन खत्म हो गया है, लेकिन कोरोना संक्रमण का खतरा अभी बरकरार है। दवाई अभी तक आई नहीं है और बाजारों में ढिलाई नजर आने लगी है। गली से लेकर बाजारों तक लोग बिना मास्क पहने घूमते नजर आ रहे हैं। शारीरिक दूरी की भी धज्जियां उड़ रही हैं। यह हालात तो तब हैं जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश के नाम संबोधन कर लोगों से सावधानी बरतने की अपील कर चुके हैं, मगर बाजारों में लापरवाही का आलम दिख रहा है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मास्क और शारीरिक दूरी का पालन न करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के बाद भी लोग लापरवाही बरतते हैं। पुलिस की ओर से लगातार कार्रवाई की जा रही है।
सांस लेने में होती है दिक्कत
लोगों का कहना है कि मास्क पहनने के बाद उन्हें सांस लेने में थोड़ी दिक्कत होती है। मास्क पहनने पर वह खुलकर सांस नहीं ले पाते हैं। जिसके कारण वह मास्क जेब में तो रखते हैं, लेकिन पहनते नहीं है। यदि कहीं पुलिसकर्मी मिल जाए तो पहन लेते हैं। बाकी ज्यादातर लोग बिना मास्क के ही घमते रहते हैं।
केस कम हुए जरूर, मगर खतरा बरकरार
जिला सर्विलांस अधिकारी डा. रोहताश यादव ने बताया कि संक्रमितों की संख्या में कमी तो जरूर आई है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं, कि लोग लापरवाही बरतें। लोगों को अभी सावधानी बरतने की जरूरत है।
संक्रमितों से रोजाना कर रहे अफसर बात
कोरोना संक्रमितों को होम आइसोलेशन में रखने के बाद तीन कंट्रोल रूम से मानिटरिग की जा रही है। लखनऊ, जिला स्वास्थ्य अधिकारी और डीएम कंट्रोल रूम से मरीज से रोजाना फोन पर वार्ता कर जानकारी लेते हैं। कोई भी दिक्कत होने पर तुरंत फोन करने की सलाह भी दी जाती है।
कौन लेकर घूम रहा कोरोना कोई पता नहीं
त्यौहारों के बाद बाजारों में खरीदारी के लिए उमड़ रही भीड़ में यह पता नहीं लगाया जा सकेगा कि कौन संक्रमित है। ऐसे स्थिति में खतरा बढ़ने की आशंका है। कोरोना वायरस का संक्रमण छूने से फैलता है और बाजारों में शारीरिक दूरी का पालन नहीं हो रहा है। इससे संक्रमण की रफ्तार बढ़ने का अंदेशा है।