करंट से माली की मौत, विरोध में परिजनों ने लगाया जाम
ऊर्जा निगम ने जिस युवक को शिकारपुर उपकेंद्र में माली के रूप में संविदा कर्मचारी रखा हुआ था। उससे बिजली की लाइनें ठीक कराई जा रही थी। 14 अक्टूबर को लाइन ठीक करते समय युवक को करंट लग गया।
बुलंदशहर, जेएनएन। ऊर्जा निगम ने जिस युवक को शिकारपुर उपकेंद्र में माली के रूप में संविदा कर्मचारी रखा हुआ था। उससे बिजली की लाइनें ठीक कराई जा रही थी। 14 अक्टूबर को लाइन ठीक करते समय युवक को करंट लग गया। 17 अक्टूबर को उसने दम तोड़ दिया। शुक्रवार को उसके परिजन बुलंशहर पहुंचे और काले आम चौराहे पर जाम लगा दिया। उनकी मांग है कि परिवार को दस लाख रुपये और पत्नी को सरकारी नौकरी दी जाए। एडीएम ने ऊर्जा निगम के अफसरों से बात कर पांच लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा और नौकरी का आश्वासन दिया। इसके बाद जाम खोला गया।
शिकारपुर थानाक्षेत्र के गांव जानीपुर कलां उर्फ बेरीना निवासी वीरेंद्र का 27 वर्षीय पुत्र सोनू ऊर्जा निगम में संविदा कर्मचारी था। परिजनों ने बताया कि उसकी नियुक्ति माली के पद पर हुई थी। 14 अक्टूबर को शिकारपुर के जंगल में उसे विद्युत लाइन ठीक करने के लिए भेज दिया। शटडाउन लेकर वह फाल्ट ठीक करने लगा। जिस समय वह लाइन पर लोहे की दूसरी लाइन डाल रहे थे तो वह 33 हजार की दूसरी लाइन पर जा गिरी। जिस कारण सोनू को करंट लग गया। सोनू के भाई पुष्पेंद्र सिंह और चाचा बनी सिंह ने बताया कि वह सुबह बुलंदशहर में बिजली आफिस गए, लेकिन वहां पर किसी भी अधिकारी ने उनकी नहीं सुनी। इसके बाद उन्होंने काले आम पर जाम लगा दिया। यहां पर एडीएम प्रशासन रवींद्र कुमार, एसपी क्राइम शिवराम यादव आदि अफसर पहुंचे और परिजनों को समझाकर जाम खुलवाया।