जिले में खुला 12 वां कोविड अस्पताल
जेएनएन बुलंदशहर कोरोना संक्रमण की घट रही रफ्तार के बीच जिला प्रशासन ने एक और कोविड अस्पताल शुरू कर दिया है।
जेएनएन, बुलंदशहर:
कोरोना संक्रमण की घट रही रफ्तार के बीच जिला प्रशासन ने एक और कोविड अस्पताल शुरू कर दिया है। इस बार औरंगाबाद में मदर टेरेसा अस्पताल को 150 बेड के कोविड अस्पताल में इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है। बुधवार देर शाम अस्पताल को विधिवत शुरू कर दिया है। इससे पहले जिले में 11 कोविड अस्पताल चल रहे हैं। कोरोना संक्रमितों के उपचार के लिए जिले में कोविड अस्पतालों की संख्या बढ़कर अब 12 हो गई हैं। मदर टेरेसा में 150 बेड की व्यवस्था की गई हैं। अब कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए जनपद में एल-1 स्तर के दो और एल-2 स्तर के 10 अस्पताल हो गए हैं। इन सभी में कुल बेड की क्षमता 1378 हैं। इसमें 645 पर आक्सीजन और 194 आईसीयू व 66 वेंटिलेटर भी शामिल हैं। मरीजों की संख्या अभी भी दो हजार के करीब होने से स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोविड अस्पतालों की संख्या बढ़ा दी गई। अब जनपद में 12 कोविड सेवा के अस्पताल हो गए हैं। इन सभी अस्पतालों में आने वाले मरीज को आक्सीजन, वेंटीलेटर व आईसीयू बेड की सुविधा मिलेगी। मदर टेरेसा अस्पताल में शुरू किए गए 150 बेड के कोविड अस्पताल में 132 बेड पर आक्सीजन तो 32 बेड आईसीयू में और तीन वेंटिलेटर हैं। ------ अब यह मिलेगी सुविधा जनपद में एल-1 सुविधा में जिला कारागार और 100 बेड संयुक्त चिकित्सालय डिबाई हैं। जबकि, एल-2 सुविधा के लिए जटिया चिकित्सालय खुर्जा, वीआईआईटी सरकारी तो नवीन हॉस्पिटल सिकंदराबाद, लक्ष्मी होस्पिटल बुलंदशहर, राना होस्पिटल बुलंदशहर, कैलाश होस्पिटल खुर्जा, जेपी चिट्टा होस्पिटल, विजयश्री स्याना, यशराज होस्पिटल सिकंदराबाद और मदर टेरेसा होस्पिटल औरंगाबाद शामिल हैं। इन सभी में 1378 बेड की व्यवस्था हैं। इनमें 645 पर आक्सीजन 194 पर आईसीयू और 66 वेंटिलेटर की सुविधा हैं। ----- इनका कहना है..
औरंगाबाद स्थित मदर टेरेसा होस्पिटल को कोविड अस्पताल बनाया गया हैं। जिसकी शुरूआत कर दी गई हैं।हालांकि अभी इसमें एक भी संक्रमित मरीज भर्ती नहीं हुआ है। - डा. भवतोष शंखधर सीएमओ