अयोध्या पर फैसला सुना चुके हैं दानपुर के न्यायमूर्ति धर्मवीर
अयोध्या पर आए सर्वोच्च न्यायालय के फैसले की हर ओर चर्चा है।
बुलंदशहर, जेएनएन: अयोध्या पर आए सर्वोच्च न्यायालय के फैसले की हर ओर चर्चा है। कम ही लोग जानते हैं कि वर्ष 2010 में अयोध्या की विवादित जमीन पर हाईकोर्ट की पीठ द्वारा सुनाए गए फैसले का बुलंदशहर के दानपुर गांव से भी गहरा संबंध रहा है। दानपुर के रहने वाले न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) धर्मवीर शर्मा हाईकोर्ट की तीन जजों की पीठ में शामिल थे।
30 सितंबर 2010 को अयोध्या मामले पर हाईकोर्ट द्वारा गठित तीन जजों की पीठ ने विवादित 2.77 एकड़ भूमि को लेकर निर्णय सुनाया था। इस निर्णय को सुनाने वाली तीन जजों की पीठ में जस्टिस सुधीर अग्रवाल, एसयू खान और धर्मवीर शर्मा शामिल थे। वर्तमान में धर्मवीर शर्मा नोएडा में अपने परिवर के साथ रहते हैं, लेकिन गांव में आज भी उनका आना-जाना है और यहां उनका पैतृक घर है।
गांव में रहने वाले जस्टिस शर्मा के चाचा मोहन प्रताप गौतम बताते हैं कि धर्मवीर शर्मा महंत प्रताप शर्मा के पुत्र हैं। उनकी पढ़ाई भी यहीं हुई थी। बाद में कानून की पढ़ाई कर वह इलाहाबाद हाईकोर्ट में न्यायाधीश के पद पर पहुंचे।