वायु प्रदूषण को लेकर किसानों को दोषी ठहराना गलत
भाजपा राज्यसभा सदस्य सुरेंद्र सिंह नागर ने सदन में वायु प्रदूषण को लेकर किसानों पर हो रहे मुकदमे का गलत ठहराते हुए उनकी वकालत की।
बुलंदशहर, जेएनएन। भाजपा राज्यसभा सदस्य सुरेंद्र सिंह नागर ने सदन में वायु प्रदूषण को लेकर किसानों पर हो रहे मुकदमे का गलत ठहराते हुए उनकी वकालत की। नागर ने कहा कि किसानों पर मुकदमे दर्ज कराने के बदले उन्हें प्रदूषण रोकने के लिए आधुनिक सुविधाएं देनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि वायु प्रदूषण से महिलाएं व बच्चे प्रभावित हो रहे है और इससे भी ज्यादा खान पान की संस्कृति भी प्रभावित हो रही है। वायु प्रदूषण की स्थिति देखे तो सबसे ज्यादा योगदान वाहनों, डस्ट, इंडस्ट्रीज का है। ठंड की शुरुआत के साथ प्रदूषण का लेबल बढ़ने लगता है। बात आती है कि दीपावली के पटाखों व पराली ने वायु प्रदूषण बढ़ा दिया है। दीपावली और पराली में करीब बीस दिन का अंतर रहता है लेकिन इनके बाद जो आम दिनों में
प्रदूषण होता है उस पर कोई चर्चा नहीं होती। पराली को लेकर जो बाते होती है उसका सबसे बड़ा कारण जलवायु परिवर्तन है। धान की खेती की बुवाई एक माह पीछे हो रही है। पंजाब सरकार के आदेश किसानों पर दोहरी मार के समान है। वायु प्रदूषण की समस्या के लिए किसान को दोषी ठहराकर उस पर एफआइआर कराकर उसे क्रिमिनल नहीं बनाया जा सकता।