चार फैक्ट्रियों में निरीक्षण, मिलीं खामियां
चार फैक्ट्रियों में निरीक्षण मिलीं खामियां - फैक्ट्रियों के परिसर में गंदगी के अंबार नाले में बहाया जा रहा केमिकल युक्त पानी - उपकरणों की जांच के बाद भरे गए गंदे पानी के नमूने बुलंदशहर जेएनएन। औद्योगिक क्षेत्र में बढ़ते प्रदूषण की शिकायत की लेकर प्रशासनिक टीम ने चार फैक्ट्रियों में गहनता से जांच की। जहां प्रदूषण संबंधी मानक अधूरे मिले। टीम ने फैक्ट्रियों से बह रहे गंदे पानी के भी नमूने भरवाए। एकाएक हुई कार्रवाई से फैक्ट्री प्रबंधन में हड़कंप की स्थिति बनी रही।
बुलंदशहर, जेएनएन। औद्योगिक क्षेत्र में बढ़ते प्रदूषण की शिकायत की लेकर प्रशासनिक टीम ने चार फैक्ट्रियों में गहनता से जांच की। जहां प्रदूषण संबंधी मानक अधूरे मिले। टीम ने फैक्ट्रियों से बह रहे गंदे पानी के भी नमूने भरवाए। एकाएक हुई कार्रवाई से फैक्ट्री प्रबंधन में हड़कंप की स्थिति बनी रही।
एडीएम वित्त मनोज कुमार सिंह के नेतृत्व एसडीएम रवि शंकर ने प्रदूषण विभाग के पर्यावरण सहायक अभियंता अजय कुमार और सहायक वैज्ञानिक नागेंद्र मणि के साथ अपोलो मेटलक्स, मेसर्स सोमेश्वर पलायज, आरबी इंडस्ट्रीज और मेसर्स बाबू खान फैक्ट्री का निरीक्षण किया। एसडीएम रविशंकर सिंह ने बताया कि फैक्ट्रियों में प्रदूषण की रोकथाम के उपकरणों में खामियां और गंदगी मिली। उपकरण के मानक पूरे करने व सफाई व्यवस्था में सुधार के निर्देश दिए गए हैं। फैक्ट्रियों से निकल रहे केमिकल युक्त व आसपास नालियों से प्रदूषण संबंधी जांच के लिए नमूने भरे गए हैं, जिन्हें जांच को भेजा गया है। जांच में नालियों में केमिकल युक्त प्रदूषित पानी मिला तो संबंधित फैक्ट्री प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
पांच माह बाद भी नहीं आई नमूनों की रिपोर्ट
तत्कालीन डीएम अभय कुमार सिंह ने आठ जुलाई को ग्रामीणों की शिकायत पर औद्योगिक क्षेत्र में प्रदूषण संबंधी जांच को छापेमारी की थी। आठ फैक्ट्रियों से निकल रहे केमिकल युक्त पानी के सैंपल भरे गए थे। बाद में सिकंदराबाद प्रशासन द्वारा छह और फैक्ट्रियों के आसपास बहने वाले गंदे पानी के नमूने लिए थे, लेकिन अभी तक इसकी रिपोर्ट नहीं आयी। एसडीएम ने बताया कि नमूने लखनऊ प्रयोगशाला में भेजे गए थे, रिपोर्ट में क्या, इसकी जानकारी कराई जा रही है।