गुलावठी में फिर गोकशी, हिदूवादी संगठनों ने किया हंगामा
गुलावठी में बरमदपुर फाटक स्थित रजवाहे में गोवंशों के अवशेष मिलने पर हिदूवादी संगठनों ने हंगामा किया। उन्होंने पुलिस पर गोकशों को संरक्षण देने का आरोप भी लगाया। वहां पहुंचे एडीएम प्रशासन रवींद्र कुमार और एसपी सिटी अतुल कुमार श्रीवास्तव ने लोगों को समझाकर शांत किया।
बुलंदशहर, जेएनएन। गुलावठी में बरमदपुर फाटक स्थित रजवाहे में गोवंशों के अवशेष मिलने पर हिदूवादी संगठनों ने हंगामा किया। उन्होंने पुलिस पर गोकशों को संरक्षण देने का आरोप भी लगाया। वहां पहुंचे एडीएम प्रशासन रवींद्र कुमार और एसपी सिटी अतुल कुमार श्रीवास्तव ने लोगों को समझाकर शांत किया। जांच के बाद अधिकारियों ने दावा किया है कि रजवाहे में अवशेष बहकर आए थे। हालांकि आसपास ही गोकशी होने की आशंका जताई जा रही है। पुलिस ने अज्ञात गोकशों पर मुकदमा दर्ज किया है।
शनिवार सुबह पुलिस को सूचना मिली थी कि बरमदपुर फाटक स्थित रजवाहे व एक गेहूं के खेत में गोवंशों के अवशेष पड़े हैं। इस पर पुलिस अफसर मौके पर पहुंचे। साथ ही बजरंग दल के जिला सह संयोजक आदेश चौहान भी कई कार्यकर्ताओं के साथ वहां पहुंच गए। उन्होंने हंगामा करते हुए पुलिस पर आरोप लगाया कि पुलिस की लापरवाही से जिले में गोवंशों का कटान हो रहा है। इसके बाद हिदूवादी संगठन के पदाधिकारियों ने आसपास के जंगल में भी पुलिस के साथ छानबीन की, लेकिन और गोवंशों के अवशेष नहीं मिले। हंगामा बढ़ता देख एसडीएम सदानंद गुप्ता और सीओ सिटी राघवेंद्र मिश्र मौके पर पहुंचे। इस बीच एडीएम प्रशासन व एसपी सिटी भी वहां पहुंच गए। मौके पर पहुंचे भाजपा नेता अशोक बिधूड़ी, शैलेश तेवतिया आदि का कहना था कि पुलिस इस तरह की घटनाओं को रोकने में नाकाम है। करीब ढाई घंटे बाद गोवंशों के अवशेषों को जमीन में दबाया गया।
पशु चिकित्सक से भी हुई झड़प
गोकशी की घटना के बाद मौके पर पहुंचे पशु चिकित्सक से भी भाजपा नेताओं की काफी झड़प हुई। भाजपा नेता अशोक बिधूड़ी ने समकोला गांव के जंगल में हुई गोकशी की घटना में आरोपितों को बचाने के लिए गलत रिपोर्ट लगाने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। पुलिस के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ। इनका कहना है.
बरमदपुर फाटक के पास गोवंश के अवशेष मिले थे। अवशेषों के नमूने जांच को भेजे गए हैं और बाकी अवशेषों को जमीन में दबा दिया। कुछ लोगों ने विरोध भी जताया, उन्हें समझाकर शांत कर दिया। आरोपितों की पहचान के लिए पुलिस को निर्देशित किया गया है।
- रवींद्र कुमार, एडीएम प्रशासन।