मारपीट व लूटपाट का 21 दिन बाद केस दर्ज
सिकंदराबाद: पुलिस पीड़ित से लूटपाट व मारपीट के सुबूत के बिना रिपार्ट दर्ज नहीं करती है।
सिकंदराबाद: पुलिस पीड़ित से लूटपाट व मारपीट के सुबूत के बिना रिपार्ट दर्ज नहीं करती है। ऐसा मामला फैक्ट्री सुपरवाइजर से गत दिनों से हुई हजारों की नकदी व सामान लूट के बाद मामला प्रकाश में आया है। उद्योग बंधुओं की बैठक में दी गई शिकायत के बाद एसएसपी ने कोतवाली पुलिस को मुकदमा दर्ज कर घटना का राजफाश करने का निर्देश दिए हैं।
सिकंदराबाद औद्योगिक क्षेत्र स्थित जीएम सेलकॉम टेली सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड में चोला निवासी किशनवीर बतौर सुपरवाइजर पद पर तैनात है। बताया गया है कि 25 नवंबर की शाम आठ बजे वह हर रोज की तरह कंपनी की गाड़ी से जेवर तिराहे उतरे और घर जाने के लिए वाहन का इंतजार करने लगे। इसी दौरान कार सवारों ने उन्हें चोला तक लिफ्ट दी। आरोपित कार सवारों दो युवकों में एक ने उनकी कनपटी पर तमंचा रखकर मारपीट करते हुए जेब से हजारों की नगदी, मोबाइल व सामान लूट लिया। काफी देर तक आरोपित उन्हें कार में इधर उधर घुमाते रहे। देर रात खुर्जा बाइपास पर कार से धक्का देकर फरार हो गए। कंपनी के जीएम संदीप शर्मा ने बताया कि सुपरवाइजर कर्मवीर ने कंट्रोल रूम पर सूचना दी थी। खुर्जा की पीसीआर मौके पर पहुंची थी, पीसीआर ने मामला सिकंदराबाद बताया था।
सुबूत लाओ, तब होगी रिपोर्ट दर्ज
आरोप है कि सिकंदराबाद हल्के के प्रभारी ने लूटपाट व मारपीट के सुबूत लाने की बात कहते हुए कार्रवाई से इन्कार कर दिया था। जिस पर आक्रोशित उद्योग बंधुओं ने 28 नवंबर को जिला मुख्यालय पर हुई बैठक में इसकी शिकायत डीएम के समक्ष रखी थी। डीएम ने तत्कालीन एसएसपी को कार्रवाई के आदेश दिए थे।
अज्ञात कार सवारों के खिलाफ दर्ज हुआ मुकदमा
एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने उद्योग बंधु की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए ¨सकदराबाद कोतवाली पुलिस को रिपोर्ट दर्ज कर वारदात के पटाक्षेप के निर्देश दिए हैं। जिसके बाद कोतवाली पुलिस ने अज्ञात कार सवारों के खिलाफ रविवार को मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।