कक्षा पांच के बच्चे नहीं जानते 'अ' से अनार
डीएम द्वारा छह ब्लाक में कराए गए निरीक्षण में सामने आया है कि प्राथमिक विद्यालयों में शैक्षिक गुणवत्ता नहीं सुधर रही है। डीएम ने फिर से शिक्षकों को एक माह में सुधार की चेतावनी दी है।
बुलंदशहर : डीएम द्वारा छह ब्लाक में कराए गए निरीक्षण में सामने आया है कि प्राथमिक विद्यालयों में शैक्षिक गुणवत्ता नहीं सुधर रही है। डीएम ने फिर से शिक्षकों को एक माह में सुधार की चेतावनी दी है।
बीते माह शिक्षा अधिकारियों व प्रधानाध्यापकों की बैठक लेकर डीएम अनुज कुमार झा ने परिषदीय स्कूलों की शैक्षिक गुणवत्ता की समीक्षा की थी। कई प्रधानाध्यापकों से प्रश्न पूछे तो वह जवाब न दे सके। उन्होंने शिक्षकों को शैक्षिक कार्य में सुधार की चेतावनी दी। साथ ही बीईओ, एनबीआरसी व एबीआरसी को ब्लाक क्षेत्र के स्कूलों का औचक निरीक्षण कर शैक्षिक गुणवत्ता परखने के निर्देश दिए। बीती गुरुवार शाम डीएम ने निरीक्षण करने वाले उक्त शिक्षा अधिकारियों की बैठक लेकर शैक्षिक गुणवत्ता का जायजा लिया। निरीक्षण करने गई टीम ने डीएम को बताया कि उन्होंने छह ब्लाक के दो दर्जन से अधिक स्कूलों का निरीक्षण किया। पाया कि अधिकतर स्कूलों में कक्षा तीन, चार व पांच के विद्यार्थियों को अक्षर ज्ञान नहीं है।
इस पर डीएम कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए संबंधित स्कूलों के शिक्षकों को शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार के निर्देश दिए। बैठक में आए कई शिक्षकों से उन्होंने कक्षा तीन से पांच के विषयों की जानकारी ली, लेकिन शिक्षक जवाब न दे सके। डीएम ने बीएसए अम्बरीष कुमार को निर्देश दिए कि जो शिक्षक एक माह के भीतर अपनी शैक्षिक स्थिति में सुधार नहीं करते हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई करके रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए।
समय से स्कूल न पहुंचने वालों पर रखें नजर
डीएम ने बताया कि एसएमएस प्रणाली लागू होने के बाद भी जिले के कुछ शिक्षक समय से स्कूल नहीं पहुंच रहे हैं। उन्होंने ऐसे शिक्षकों को हिदायत दी है कि वह स्वयं की जिम्मेदारी समझते हुए समय से स्कूल पहुंचना सुनिश्चित करें। जो बच्चे पढ़ने में कमजोर हैं, उनके अभिभावकों से संपर्क कर उन्हें बच्चों की स्थिति से अवगत कराएं। अधिक से अधिक संख्या में बच्चों को स्कूल तक लाने का प्रयास करें। उन्होंने शिक्षामित्रों को भी समय से स्कूल आने के निर्देश दिए।