दिल्ली जाने को ट्रैक्टरों से निकले किसान, पुलिस से नोकझोंक
पहासू से दिल्ली जाने को ट्रैक्टर से निकले किसानों को पुलिस ने रोक लिया तो उनकी पुलिस से नोकझोंक हुई। हालांकि बाद में सीओ शिकारपुर के समझाने पर किसान शांत हो गए। जिसके बाद उन्होंने प्रधानमंत्री संबोधित ज्ञापन उन्हें सौंपा और वापस लौट गए।
जेएनएन, बुलंदशहर। पहासू से दिल्ली जाने को ट्रैक्टर से निकले किसानों को पुलिस ने रोक लिया, तो उनकी पुलिस से नोकझोंक हुई। हालांकि बाद में सीओ शिकारपुर के समझाने पर किसान शांत हो गए। जिसके बाद उन्होंने प्रधानमंत्री संबोधित ज्ञापन उन्हें सौंपा और वापस लौट गए।
सोमवार सुबह को क्षेत्र के कई गांवों के किसान पंडरावल मार्ग पर गांव कुंवरपुर के निकट भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले एकत्र हो गए। जहां उन्होंने कहा कि कृषि कानून को लेकर लगातार आंदोलन किया जा रहा है। किसान कृषि कानूनों की वापसी और किसान आयोग के गठन समेत अन्य मांगें कर रहे हैं, लेकिन सरकार कोई सुनवाई नहीं कर रही है। जिसके बाद दर्जनभर से अधिक ट्रैक्टरों पर सवार होकर किसान दिल्ली कूच करने के लिए निकलने लगे, तो इसी दौरान सीओ शिकारपुर गोपाल सिंह, एसओ मुकेश कुमार पुलिस फोर्स पहुंच गए और किसानों को रोक दिया। जिस पर कार्यकर्ताओं ने पुलिसकर्मियों ने काफी देर तक नोकझोंक की। हालांकि उसके बाद सीओ ने उन्हें समझाते हुए किसी तरह शांत किया। सीओ के समझाने के बाद किसानों ने उन्हें प्रधानमंत्री संबोधित ज्ञापन सौंपा और उसके बाद अपने घरों की तरफ लौट गए। इसमें मांगेश शर्मा, प्रमोद तेवतिया, कुंवरवीर, अशोक, दुष्यंत, हरपाल सिंह, रनवीर सिंह, राजू, नीरज, नरेश कुमार, देवेंद्र आदि रहे। नारेबाजी करते हुए गाजीपुर बॉर्डर पहुँचे भाकियू पदाधिकारी
भारतीय किसान यूनियन के लखावटी ब्लाक अध्यक्ष चैधरी हरवीर सिंह और जिला युवा प्रवक्ता रवि सैनी की अगुवाई में पदाधिकारी सोमवार को टैक्टर से गाजीपुर बॉर्डर पहुँचे। वहां कृषि कानून को वापस लेने की मांग को लेकर चल रहे किसानों के आंदोलन में शामिल हुए। इस मौके पर रवि सैनी ने बताया कि सुबह लखावटी ब्लॉक मुख्यालय किसान एकत्रित हुए। किसानों ने एक सुर में कहा कि जब तक कृषि कानून के बिल को वापस नही लिया जाएगा तब तक किसान बॉर्डर से हटने वाले नही है। सरकार को हर हाल में कृषि कानून वापस लेना पड़ेगा। इस मौके पर शिवकुमार शर्मा, प्रवेश चैधरी, सुशील चैधरी, मनोज चैधरी, जोनी दादा, नेपाल सिंह, राजकुमार सिंह, प्रदीप चैधरी, अजीत सिंह, जवाहर सिंह, मदन पाल सिंह, बलराज सिंह आदि मौजूद रहे।