शिकायतों का फर्जी निस्तारण, न बदले तार न ही लगे खंभे
शासन बिजली संबंधित शिकायतों के निस्तारण लेकर बेहद सजग है लेकिन ऊर्जा निगम के अफसर है कि शिकायतों की जहां अनदेखी कर रहे हैं। वहीं ऑन लाइन शिकायतों का घर बैठे ही निस्तारण की रिपोर्ट भेज रहे हैं।
बुलंदशहर, जेएनएन। शासन बिजली संबंधित शिकायतों के निस्तारण लेकर बेहद सजग है, लेकिन ऊर्जा निगम के अफसर है कि शिकायतों की जहां अनदेखी कर रहे हैं। वहीं ऑन लाइन शिकायतों का घर बैठे ही निस्तारण की रिपोर्ट भेज रहे हैं।
औद्योगिक क्षेत्र स्थित गांव सांवली अंतर्गत आने वाली तेज सिंह कालोनी सालों पुरानी है। इसमें तीन सौ बिजली कनेक्शन है। लेकिन कालोनी में विद्युतीकरण का विस्तार आज तक नहीं हुआ। कालोनी में आखिरी खंभे से घरों तक बिजली सौ से दो सौ मीटर दूर केबिलों तक पहुंच रही है, जबकि ग्रामीणों से बिजली बिल भी वसूला जाता है, लेकिन कालोनी में ठेकेदार राजेन्द्र के मकान पर लगे आखिरी खंभे से आगे कोई खंबा नहीं। उस खंभे से ही सौ से अधिक घरों के लिए बिजली केबिल निकल रहे हैं। हालत यह है कि घरों की छत व घरों के आगे की केबिलों के जाल फैला हुआ है। आंधी तूफान अथवा किसी भी केबिल में फाल्ट होने से आए दिन चिगारी निकलना आम हो गया है। अरविन्द शर्मा के घर के पास केबिल इतने नीचे है कि छोटा वाहन भी नहीं निकल सकता है। जिसको लेकर स्थानीय अधिकारियों से शिकायत पर कार्रवाई न होने पर उनके द्वारा गत 23 अप्रैल से 24 अक्टूबर तक पांच शिकायतें प्रदेश सरकार, एक प्रधानमंत्री व तीन पश्चिमांचल ऊर्जा निगम के पोटल पर आनलाइन दर्ज कराई। लेकिन निस्तारण नहीं हुआ। अब अरविन्द्र शर्मा, हरीवचन शर्मा, सतेंद्र, सुंदर, रनवीर सिंह, लक्ष्मन यादव, मुकेश, सिधु, पूनम देवी, कांतेश, संगीता ने एमडी से व्यवस्था दुरुस्त कराने की मांग की है।