ट्रायल में ही ईवीएम और वीवीपैट मशीन फेल
राजनैतिक पार्टियों के साथ-साथ प्रशासनिक अमला भी लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुट गया है।
बुलंदशहर : राजनैतिक पार्टियों के साथ-साथ प्रशासनिक अमला भी लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुट गया है। शनिवार को जनपद में अलग-अलग स्थानों पर ईवीएम-वीवीपीएटी मशीनों का स्टॉल लगाकर मतदाताओं को इसे चलाने का प्रशिक्षण अभियान का श्रीगणेश किया गया। विकास भवन में मशीन शुरू तो हुई, लेकिन न वो¨टग हुई और न ही ¨प्रट निकल सका। इससे गुस्साई सीडीओ ने मशीनों को दुरुस्त और कर्मचारियों को फिर से प्रशिक्षण देने के आदेश जारी कर दिए।
विधानसभा चुनाव में भाजपा विरोधी पार्टियों ने ईवीएम पर सवाल उठाते हुए बैलेट पेपर पर चुनाव करने की मांग की थी। इसके चलते चुनाव आयोग ने मशीनों को दुरुस्त पाया और साथ ही वोटर वेरीफाइड पेपर आडिट ट्रेल (वीवीपीएटी) को भी जोड़ा गया। जब कोई भी व्यक्ति ईवीएम का इस्तेमाल कर अपना वोट देता है तो इस मशीन में वह उस प्रत्याशी का नाम भी देख सकता है, जिसे उसने वोट दिया है। वीवीपीएटी मशीन के तहत वोटर विजुअली सात सेकेंड तक यह देख सकेगा कि उसने जो वोट किया है क्या वह मत उसके इच्छानुसार उसके प्रत्याशी को मिला है या नहीं। इस मशीन के जरिए मतदाता को प्रत्याशी का चुनाव चिह्न और नाम उसकी ओर से चुनी गई भाषा में दिखाई देगा। शनिवार को कलक्ट्रेट तहसील, थानों, बस अड्डों, सार्वजनिक व धार्मिक स्थलों सहित 58 स्थानों पर एवीएम को वीवीपीएटी मशीन से जोड़कर लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान चलाया गया। विकास भवन के प्रांगण में लगी मशीन की जांच करने पहुंची। जेई ने ईवीएम और वीवीपीएटी की वायर गलत लगा दी और मशीन नहीं चला पाए। बताया गया कि मशीन खराब है और बैट्री भी काम नहीं कर रही। ये ही हाल कलक्ट्रेट में रखी मशीनों का हुआ। सीडीओ ने जेई को एक दिवसीय प्रशिक्षण और मशीन दुरुस्त करने के आदेश दिए।