प्रत्येक श्रेणी के दिव्यांग बच्चों को एक छत के नीचे मिलेगी शिक्षा
दिव्यांग बच्चों को शिक्षित बनाने के लिए कवायद तेज हो गई है। तीन वर्षों से निर्माणाधीन विशेष समेकित विद्यालय का निर्माण जिले में चल रहा है। करोड़ों रुपये की लागत से बन रहे इस स्कूल का माडल दिव्यांग बच्चों की जरूरतों और सुविधाओं के अनुसार तैयार किया गया है।
जेएनएन, बुलंदशहर। दिव्यांग बच्चों को शिक्षित बनाने के लिए कवायद तेज हो गई है। तीन वर्षों से निर्माणाधीन विशेष समेकित विद्यालय का निर्माण जिले में चल रहा है। करोड़ों रुपये की लागत से बन रहे इस स्कूल का माडल दिव्यांग बच्चों की जरूरतों और सुविधाओं के अनुसार तैयार किया गया है। जनपद ही नहीं आसपास क्षेत्र के बच्चे भी इस विशेष समेकित विद्यालय में शिक्षा ग्रहण कर सकेंगे। क्योंकि छात्र और छात्राओं के अलग-अलग छात्रावासों का निर्माण भी हो रहा है।
गुलावठी क्षेत्र के गांव कोटा में विशेष समेकित विद्यालय का निर्माण 2017 से जारी है। 17.82 करोड़ की लागत से बन रहे इस विद्यालय में मूक-बधिक और नेत्रहीन बच्चों को संदेश देती टाइल्स लगाई जाएंगी। विद्यालय के भवन और छात्रावास की इमारत दो मंजिला हैं। इनमें लिफ्ट की सुविधा भी बच्चों के लिए होगी। गर्म और ठंडा पानी बोलती पानी की टंकिया, गीजर और वाटर कूलर की सुविधा, महकती वाटिका और दिव्यांग बच्चों की सुविधा के लिए झूलों के साथ-साथ अन्य समस्त सामग्री इस विद्यालय में बच्चों के लिए मुहैया कराई जाएंगी। बजट के अभाव में अटका निर्माण शुरू
दरअसल, छह माह से बजट के अभाव के चलते विशेष समेकित विद्यालय का निर्माण रुक गया था। जिला प्रशासन ने विद्यालय निर्माण की समीक्षा की तो बजट कमी सामने आई। शासन को पत्र लिखकर गत माह ढाई करोड़ रुपये निर्माण पूर्ण करने के लिए शासन ने जारी कर दिए हैं। 67 प्रतिशत निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है। सब कुछ ठीक रहा तो आगामी शैक्षिक सत्र में बच्चों को शिक्षा की सुविधा मुहैया हो जाएगा। इन्होंने कहा..
कोटा में उत्तर प्रदेश राज्य निर्माण सहकारी समिति लि. की चयनित अलीगढ की पैक्सफैर्ड कंपनी निर्माण कार्य कर रही है। फरवरी तक निर्माण पूर्ण होने की संभावना है। पांच एकड़ जमीन में बन रहे समेकित विद्यालय से दिव्यांग बच्चों को शिक्षित बनाया जाएगा।
-प्रमोद कुमार, जिला सांख्यिकी अधिकारी।