मातारानी महागौरी की पूजा-अर्चना को मंदिरों में उमड़े श्रद्धालु
इस दौरान श्रद्धालुओं ने परिक्रमा और मनोकामना स्तंभ पर चुन्नी बांधकर मन्नतें मांगी। उधर दूसरी तरफ छतारी के मां विचित्रा देवी मंदिर परिसर में लगे लख्खी मेले में भी भक्तों ने पहुंचकर जमकर आनंद उठाया और मातारानी के दर्शन किए। .......
खुर्जा: चैत्र नवरात्र के आठवें दिन श्रीनवदुर्गा शक्ति मंदिर में मां के आठवें रूप महागौरी की आराधना की गई। मां के दर्शनों के लिए भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। मां के जयकारों से मंदिर परिसर गूंज उठा। मंदिर परिसर में परिक्रमा लगाने के लिए सुबह से ही भक्तों की भीड़ नजर आई।
मंदिर से जुड़े प्रेमप्रकाश अरोरा ने बताया कि सौभाग्य, धन-संपदा, सौंदर्य और नारी सुलभ गुणों की अधिष्ठात्री देवी महागौरी है। नवरात्र के आठवें दिन साधक देवी के इसी रूप की पूजा अर्चना की गई है। बताया कि अठारह गुणों की प्रतीक महागौरी अष्टांग योग की अधिष्ठात्री भी है। ऐसी मान्यता है कि जब भगवान शिव ने मां काली पर गंगाजल छिड़का तो वह महागौरी हो गई। महागौरी सृष्टि का आधार हैं और सुहाग की प्रतीक देवी है। माता रानी का महागौरी स्वरूप निहारने के लिए सुबह से शाम तक श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी रही। इस दौरान श्रद्धालुओं ने स्तंभ पर चुन्नी बांधकर मन्नतें मांगी। उधर, छतारी के मां विचित्रा देवी मंदिर में लगे लख्खी मेले में भी मां के दर्शनों के लिए भक्तों की भीड़ नजर आई।