जीएसटी से कटौती और कम ब्याज पर दिया जाए ऋण
कोरोना संक्रमण की वजह से व्यापारी से लेकर आम आदमी तक परेशान है। व्यापार मंदी की मार झेल रहे हैं। सराफा कारोबार पर भी प्रभावित हुआ है। अब सरकार का आम बजट वित्त मंत्री को पेश करना है। ऐसे में हर वर्ग वित्त मंत्री के पिटारे से कुछ न कुछ राहत की आस लगा रहा है। सराफा कारोबारियों को भी इस बार आने वाले आम बजट से काफी उम्मीदें हैं। वह वित्त मंत्री की ओर आशा भरी निगाहों से देख रहे हैं। उनका कहना है कि मंदी की मार उनका कारोबार झेल रहा है।
जेएनएन, बुलंदशहर। कोरोना संक्रमण की वजह से व्यापारी से लेकर आम आदमी तक परेशान है। व्यापार मंदी की मार झेल रहे हैं। सराफा कारोबार पर भी प्रभावित हुआ है। अब सरकार का आम बजट वित्त मंत्री को पेश करना है। ऐसे में हर वर्ग वित्त मंत्री के पिटारे से कुछ न कुछ राहत की आस लगा रहा है। सराफा कारोबारियों को भी इस बार आने वाले आम बजट से काफी उम्मीदें हैं। वह वित्त मंत्री की ओर आशा भरी निगाहों से देख रहे हैं। उनका कहना है कि मंदी की मार उनका कारोबार झेल रहा है। वह इस कारोबार को फिर से उठाने के लिए आम बजट में जीएसटी से कटौती और कम ब्याज पर ऋण मांग रहे हैं।
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देशव्यापी लाकडाउन ने सराफा व्यापार की कमर तोड़ दी। कारोबारी अभी तक इससे उभर नहीं पाया है। व्यापार मंदी की चपेट में हैं। अब लाकडाउन के बाद बजट आने वाला है। ऐसे में व्यापारियों की मांग है कि सराफा कारोबार में लगने वाले तीन प्रतिशत जीएसटी में कटौती की जाए। फाइलिग में उन्हें राहत मिले। साथ ही व्यापारियों को कम ब्याज पर कर्ज देकर इस कारोबार को उबारने का काम किया जाए।
नवनीत बंसल, सर्राफ कोरोना संक्रमण की वजह से आज कारोबार ठप सा हो गया है। पहले दुकान पर मध्यम वर्गीय लोगों की भीड़ लगती थी, लेकिन आज यह वर्ग दुकानों से गायब हो गया है। सोने की कस्टम चार्ज काफी लगता है। जीएसटी की वजह से मूल्य भी बढ़ जाता है। इसलिए वित्त मंत्री से उम्मीद है कि आने वाले बजट में सराफा कारोबारियों की इन समस्याओं का समाधान जरूर किया जाए।
मनीष बंसल, सर्राफ