फिर कटी रजवाहे की पटरी, दो हजार बीघा फसल जलमग्न
ककोड़ क्षेत्र से होकर गुजर रहे रजवाहे की पटरी फिर से कट गई।
बुलंदशहर,जेएनएन: क्षेत्र से होकर गुजर रहे रजवाहे की पटरी फिर से कट गई। गांव सलेमपुरा के पास कटी पटरी के कारण दो हजार बीघा गेहूं की फसल जलमग्न हो गई। किसानों ने सुबह मशक्कत कर पटरी का कटान बंद किया। बाद में सिचाई विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर बंद को दुरूस्त किया।
कोट गांव से सिकंदराबाद होते हुए रजवाहा खुर्जा जा रहा है। जो ककोड़ के विभिन्न गांवों में होकर गुजरता है। गुरुवार रात रजवाहे की पटरी गांव सलेमपुरा के पास कट गई। तेज बहाव के चलते रजवाहे का पानी आसपास खेतों में जमा हो गया। सुबह जब खेतों पर पहुंचे तो रजवाहे का पानी आसपास खेतों में दो से तीन फुट भर चुका था। किसानों ने सिचाई विभाग के अधिकारियों को फोन कर अवगत कराया। बाद में खुद ही क्षतिग्रस्त हुई पटरी पर मिट्टी आदि डालकर उसके किसी तरह बंद किया। लेकिन तब तक सोहनपाल, चन्द्रपाल, खेमचंद, विजयपाल, जयपाल, रामजीलाल, तेजपाल, महीपाल, मदनपाल, सागर, बाबूलाल, अनिल, इंद्रपाल समेत दर्जनों किसानों की दो हजार बीघा से अधिक गेहूं की फसल पानी में डूब चुकी थी। किसानों ने बताया कि फसल अभी बोई गई है, जलभराव होने से फसल नष्ट होने की पूरी संभावना है। किसानों ने सिचाई विभाग के अधिकारियों पर क्षतिग्रस्त पटरी की मरम्मत नहीं कराने का आरोप लगाते हुए आक्रोश जताया। बाद में सिचाई विभाग ने रजवाहे का पानी बंद कराकर पटरी की मरम्मत कराई। गौरतलब है कि दो दिन पूर्व गांव अरोड़ा में रजवाहे की पटरी कटने से तीन गांवों के किसानों की सैकड़ों की बीघा फसल जलमग्न हो गई थी।