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मृतक किशोर के पिता ने पांच के खिलाफ दर्ज कराई रिपोर्ट

जेएनएन बुलंदशहर राजकीय बाल संप्रेक्षण गृह में सोमवार दोपहर एक बजे किशोर बंदी का शव शौचालय में लटका मिला था। अमरोहा से सूचना पर देर रात पहुंचे पिता ने पांच किशोर बंदियों को नामजद किया है।

By JagranEdited By: Updated: Tue, 07 Sep 2021 09:34 PM (IST)
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मृतक किशोर के पिता ने पांच के खिलाफ दर्ज कराई रिपोर्ट

जेएनएन, बुलंदशहर :

राजकीय बाल संप्रेक्षण गृह में सोमवार दोपहर एक बजे किशोर बंदी का शव शौचालय में लटका मिला था। अमरोहा से सूचना पर देर रात पहुंचे पिता ने पांच किशोर बंदियों को नामजद किया है। साथ ही जिस किशोरी के अपहरण के मामले में किशोर बंद था, उसके माता-पिता और मौसा को नामजद करते हुए नगर कोतवाली में हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है। पोस्टमार्टम के बाद सोमवार को किशोर का अंतिम संस्कार कर दिया गया है। मामले की जांच सिटी मजिस्ट्रेट कर रहे हैं।

अमरोहा क्षेत्र से पहुंचे मृतक किशोर बंदी के पिता के मुताबिक, बेटे ने मुलाकात के दौरान बताया था कि संप्रेक्षण गृह में पांच किशोर उसके साथ मारपीट करते हैं, जिससे उसकी पसलियों में चोट आई है। बताया कि जिस लड़की के साथ वह फरार हुआ था उसी की जाति के किशोर संप्रेक्षण गृह में रोजाना उसकी पिटाई करते हैं और जान से मारने की धमकी देते हैं। पीड़ित पिता ने किशोर के माता, पिता और मौसा को नामजद करते हुए बताया कि इन्होंने साज कर उनके बेटे की बाल संप्रेक्षण गृह में हत्या कराई है। नगर कोतवाल अखिलेश त्रिपाठी ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।

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संप्रेक्षण गृह की व्यवस्थाओं पर उठे सवाल

15 अगस्त को पांच किशोर मुख्य चैनर का ताला खोलकर फरार हो गए थे। डीएम रविद्र कुमार ने तीन सदस्यीय टीम गठित कर जिला कार्यक्रम अधिकारी हरिओम वाजपेयी, डिप्टी कलेक्टर वेदप्रकाश आर्य और सीओ सिटी संग्राम सिंह को जांच सौंपी थी। जांच में संप्रेक्षण गृह के रसोइया राजेंद्र सिंह के खिलाफ रिपोर्ट तैयार की गई थी जिसमें किशोर बंदियों से खाना बनाने के लिए दबाव बनाने की बात संज्ञान में आई थी और किशोर बंदियों के वीडियो बयान दर्ज किए गए थे। इसके साथ सफाई कर्मचारी नवीन कुमार द्वारा शौचालय साफ कराना और बंदियों से अभद्रता करने का आरोप लगाया गया था। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी अफसर खां के खिलाफ दर्ज बयानों में किशोर बंदियों ने बताया था कि वह गांजा पीता है और किशोरों को मादक पदार्थ मुहैया कराता है। जांच के बाद तीनों के खिलाफ पांच दिन पूर्व ही मुकदमा दर्ज उन्हें हटा दिया गया था।