सिस्टम के भ्रष्टाचार ने ले ली दो युवाओं की जान
सरकार और अफसर सुधार के चाहे जो दावे करते हो लेकिन बरकातपुर में हाईटेंशन करंट से दो युवाओं की मौत ने सिस्टम के भ्रष्टाचार की पोल खोल कर रख दी है। लाइनमैन और अधिकारियों की साठगांठ के चलते अवैध तरीके से जोड़ी गई हाईटेंशन लाइन का तार ही दोनों युवाओं के ऊपर टूटकर गिरा था। दो घरों के चिराग बुझ गए और बिजली अफसर अब लीपापोती करने में जुटे हैं।
बुलंदशहर, जेएनएन। सरकार और अफसर सुधार के चाहे जो दावे करते हो लेकिन बरकातपुर में हाईटेंशन करंट से दो युवाओं की मौत ने सिस्टम के भ्रष्टाचार की पोल खोल कर रख दी है। लाइनमैन और अधिकारियों की साठगांठ के चलते अवैध तरीके से जोड़ी गई हाईटेंशन लाइन का तार ही दोनों युवाओं के ऊपर टूटकर गिरा था। दो घरों के चिराग बुझ गए और बिजली अफसर अब लीपापोती करने में जुटे हैं।
करोड़ों रुपये खर्च करके सरकार ने आबादी और नलकूपों के लिए जंगल की लाइन को अलग-अलग करवाया है। जंगल की लाइन में दस घंटे सप्लाई मिलती है और आबादी की लाइन में करीब 18 घंटे सप्लाई रहती है। नियमानुसार क्षेत्र में चलने वाले गन्ना क्रेसरों को जंगल की लाइन से कनेक्शन दिए जाते हैं लेकिन क्रेसर संचालक ऊर्जा निगम के कर्मचारियों और अधिकारियों से साठगांठ करते हैं। जंगल की लाइन से कनेक्शन लेकर अवैध तरीके से लाइन को आबादी की लाइन से जुड़वा लेते हैं। बरकातपुर में हुई करंट दुर्घटना इसी का परिणाम है। यहां क्रेसर बहुत हैं। हंगामा कर रहे ग्रामीणों का आरोप है कि क्रेसरों को 18 घंटे सप्लाई देने के लिए लाइनमैन और जेई मिलकर इस खेल को करते हैं। जिस लाइन का तार टूटा है उसके अन्य तारों को देखकर स्पष्ट पता चल रहा है, कि लाइन के बीच से ही अवैध तरीके से लाइन जोड़ी गई है। ग्रामीणों में दो जान जाने के साथ ही ऊर्जा निगम के भ्रष्टाचार को लेकर भी खासी नराजगी है। अवैध लाइन खिचने का ये सिस्टम बरकातपुर ही नहीं जिले में अनेक स्थानों पर चल रहा है लेकिन जिम्मेदार अफसर चुप्पी साधे बैठे हैं। पकड़े गए अवैध लाइन के मामले
-पिछले साल गुलावठी और सिकन्दराबाद क्षेत्र में बिना अनुमति के हाईटेंशन की अवैध लाइन बनाने के मामले सामने आए। शहर के चांदपुर रोड से यमुनापुरम तक सात पोल की अवैध लाइन बनाने का मामला सामने आया। इसमें एफआइआर भी हुई। इन्होंने कहा
करंट से मौत का मामला संज्ञान में नहीं है। इसकी जांच कराई जाएगी। जो भी दोषी होगा। उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई होगी।
-आरपीएस तोमर-चीफ इंजीनियर