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कोरोना का प्रकोप : अब नहीं लगेगी नुमाइश

कोरोना के बढ़ते प्रकोप के चलते मंगलवार को बुलंदशहर की पहचान नुमाइश प्रदर्शनी को बंद करने का निर्णय सर्वसम्मति के लिया गया। नुमाइश आयोजन को लेकर आयोजित की गई बैठक में समिति के सदस्यों ने ही नुमाइश को बंद करने की मांग उठाई इसके बाद डीएम ने बुधवार से नुमाइश प्रदर्शनी को पूरी तरह से बंद करने का निर्णय लिया।

By JagranEdited By: Published: Tue, 17 Mar 2020 11:13 PM (IST)Updated: Tue, 17 Mar 2020 11:13 PM (IST)
कोरोना का प्रकोप : अब नहीं लगेगी नुमाइश

बुलंदशहर, जेएनएन। कोरोना के बढ़ते प्रकोप के चलते मंगलवार को बुलंदशहर की पहचान नुमाइश प्रदर्शनी को बंद करने का निर्णय सर्वसम्मति के लिया गया। नुमाइश आयोजन को लेकर आयोजित की गई बैठक में समिति के सदस्यों ने ही नुमाइश को बंद करने की मांग उठाई, इसके बाद डीएम ने बुधवार से नुमाइश प्रदर्शनी को पूरी तरह से बंद करने का निर्णय लिया।

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इस बार नुमाइश का नाम बदलकर बुलंदशहर महोत्सव रखकर बड़े स्तर पर प्रदर्शनी को भव्य रूप देने की कवायद शुरू की गई। तमाम अटकलों के बीच छह मार्च को खुद कमिश्नर अनीता सी मेश्राम ने भारी बारिश के बीच नुमाइश प्रदर्शनी का शुभारंभ किया था। इसके बाद से हर दिन बैरन हॉल में पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों का आयोजन हो रहा था। उधर, इस बीच कोरोना के प्रकोप ने देश के साथ प्रदेश में भी खलबली मचा दी और एनसीआर क्षेत्र के तमाम जनपदों में अतिरिक्त सतर्कता बरतने के लिए प्रदेश सरकार ने भी विशेष रूप से अधिकारियों को निर्देशित किया। पहले स्कूल बंद किए गए, इसके बाद खेल स्पर्धा और जिम आदि पर भी पाबंदी लगा दी गई। ऐसे में बुलंदशहर की कई दशकों से पहचान बनी नुमाइश को भी बंद करने की आवाज सोशल मीडिया पर उठने लगी। नुमाइश कमेटी के सदस्यों ने ही मांग उठाते हुए तर्क दिया कि प्रदर्शनी में शहर और देहात की जनता बड़ी संख्या में शामिल होती है, ऐसे में कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ सकता है। मंगलवार की शाम कलक्ट्रेट में डीएम रविद्र कुमार ने नुमाइश कमेटी के सभी सदस्यों के साथ बैठक आयोजित की और विचार-विमर्श के बाद नुमाइश को बंद करने का निर्णय सर्वसम्मति से ले लिया गया। बैठक में कमेटी सदस्यों के साथ सीडीओ सुधीर रूंगटा, एडीएम प्रशासन रवींद्र कुमार, एसपी सिटी अतुल कुमार श्रीवास्तव आदि अधिकारी मौजूद रहे। होगा बड़ा नुकसान

नुमाइश प्रदर्शनी में पिछले कई दशकों से जिले के साथ पड़ोसी जनपदों के भी व्यापारी यहां अपनी दुकान जमाते हैं और इसके बदले बड़ी रकम भी ठेकेदार को अदा करते हैं। अभी प्रदर्शनी ठीक से शुरू भी नहीं हुई थी, और भीड़ कम होने के कारण व्यापारी भी परेशान थे। अब नुमाइश के पूरी तरह से बंद होने से इन व्यापारियों को बड़ी आर्थिक क्षति का सामना करना पड़ेगा। चर्चाओं में रहा आगाज और अंजाम

इस बार नुमाइश का आयोजन शुरू से ही चर्चाओं में रहा। कार्यक्रम के बजट आवंटन से लेकर आयोजन तक कई तरह से सवाल खड़े हुए। कई कमेटी सदस्यों ने ही अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कई तरह के आरोप भी लगाए। इसके बाद कोरोना के प्रकोप के बढ़ते ही नुमाइश आयोजन को बंद करने की मांग भी जोर पकड़ गई। धरे रह गए इंतजाम

नुमाइश को भव्य रूप देने के लिए इस बार कई नए बदलाव किए गए। एलइडी स्क्रीन लगाने के साथ पंडाल के बाहर भी ओपन मंच बनाया गया। सीसीटीवी कैमरे लगवाए गए और स्टार नाइट के लिए बॉलीवुड के सुप्रसिद्ध सिगर उदित नारायण, कैलाश खेर, जुबीन नौटियाल आदि को आमंत्रित किया गया था। इसके अलावा अन्य कार्यक्रमों की भी बड़े स्तर पर तैयारी की गई थी। इन्होंने कहा..

कोरोना के बढ़ते प्रकोप और केंद्र और प्रदेश सरकार के निर्देशानुसार एहतियात के लिए तमाम उपाय किए जा रहे हैं। नुमाइश के आयोजन को लेकर समिति की बैठक बुलाई गई, जिसमें कोरोना के प्रकोप को देखते हुए प्रदर्शनी को बंद करने का निर्णय लिया गया।

- रविद्र कुमार, जिलाधिकारी


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